पटना. निकाय चुनाव के पहले चरण का परिणाम सामने आने लगा है. अब तक आये परिणामों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि पहले चरण के निकाय चुनाव ने कई नेताओं को झटका दिया और उनके रिश्तेदार बड़े फासले से चुनाव हार गये हैं. बिहार में इस बार लोगों ने पुराने चेहरों के साथ ही मंत्री और सांसदों के रिश्तेदारों को भी खारिज कर दिया है. अब तक के रुझानों से यह कहा जा सकता है कि लोगों ने नये चेहरों पर विश्वास जताया है और कई जगहों पर तो युवाओं को भारी मतों से जीताया है.
निकाय चुनाव में कही मंत्री की मां के हार जाने की सूचना है तो कहीं सांसद की पत्नी को हार का मुंह देखना पड़ा है. एक तरफ जहां मुजफ्फरपुर से भाजपा सांसद अजय निषाद की पत्नी रमा निषाद को निकाय चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है, वहीं दूसरी तरफ बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम की मां कलावती देवी भी निकाय चुनाव हार गई हैं. इतना ही नहीं मंत्री के भाई लक्ष्मण राम के बेटे अनिल कुमार की पत्नी राजनंदनी मुख्य पार्षद की सीट पर पीछे चल रही हैं.
गैर दलीय आधार पर हो रहे इस चुनाव में दलीय नेताओं का शक्तिप्रदर्शन खूब हुआ है. इसके बावजूद नीतीश कुमार की सरकार में श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम की मां कलावती देवी सारण के दिघवारा नगर पंचायत के वार्ड संख्या 7 से वार्ड पार्षद का चुनाव हार गयी हैं. मंत्री सुरेंद्र राम की मां कलावती देवी को मुनेश्वर पासवान ने 139 वोट से हरा दिया है. कलावती देवी को जहां 238 वोट मिले थे, वहीं मुनेश्वर पासवान 377 वोट पाकर 139 वोट से चुनाव जीत गये. इधर मंत्री के परिवार से एक और सदस्य मतगणना में पीछे चल रही हैं. जानकारी के अनुसार सुरेंद्र राम के भतीजे अनिल कुमार की पत्नी राजनंदनी मुख्य पार्षद की सीट पर पीछे चल रही हैं.
उधर, मुजफ्फरपुर से भी जनप्रतिनिधयों के परिवार से निकाय चुनाव में भाग्य आजमा रही सदस्यों के हारने की सूचना आ रही है. सांसद अजय निषाद की पत्नी रमा निषाद निकाय चुनाव में हार गयी हैं. रमा निषाद हाजीपुर नगर परिषद से चुनाव मैदान में उतरी थी, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. वार्ड नंबर 1 से जोत्सना कुमारी ने उन्हें 53 वोट से हरा दिया है. पत्नी को जीताने के लिए सांसद ने पूरी एड़ी चोटी का जोड़ लगा दिया था, इसके बावजूद पत्नी की हुई हार से राजनीतिक पहलवानों की ताकत उजागर हो गयी है.