बिहार से सटी सीमाओं पर ड्रैगन की चाल होगी नाकाम, China की हरकत पर नजर रखने के लिए सीतामढ़ी में जल्द बन सकता है एयरपोर्ट ! सांसद ने की मांग
Bihar nepal border, India China News : बिहार से सटी सीमाओं पर चीन हरकतों पर नजर रखने के लिए केंद्र सरकार जल्द ही कोई बड़ा एक्शन ले सकती है. वायुक्षेत्र में ड्रैगन की चाल नाकाम करने के लिए सीतामढ़ी में जल्द ही एयरपोर्ट बनाया जा सकता है. इसकी मांग स्थानीय सांसद ने की है. स्थानीय सांसद सुनील कुमार पिंटू गत 29 दिसंबर को नागरिक उड्डयन मंत्री हरमीत पुरी से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा
India Chinae News : बिहार से सटी सीमाओं पर चीन हरकतों पर नजर रखने के लिए केंद्र सरकार जल्द ही कोई बड़ा एक्शन ले सकती है. वायुक्षेत्र में ड्रैगन की चाल नाकाम करने के लिए सीतामढ़ी में जल्द ही एयरपोर्ट बनाया जा सकता है. इसकी मांग स्थानीय सांसद ने की है. स्थानीय सांसद सुनील कुमार पिंटू गत 29 दिसंबर को नागरिक उड्डयन मंत्री हरमीत पुरी से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा, जिसके माध्यम से सांसद ने मंत्री से जानकी जन्मभूमि, सीतामढ़ी में एयरपोर्ट निर्माण कराने तथा उड़ान योजना के तहत यहां से विमान सेवा शुरू कराने की मांग रखी.
सांसद ने ज्ञापन के माध्यम से विभागीय मंत्री को बताया है कि सीतामढ़ी अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक एवं पर्यटन स्थल है. साथ ही सामरिक दृष्टिकोण से भी जिला महत्वपूर्ण है, इसलिए यहां राष्ट्रहित एवं जनहित में इसकी विशेष आवश्यकता महसूस की जा रही है. सांसद ने विभागीय मंत्री को बताया कि सीतामढ़ी जनक नंदनी जानकी जन्मस्थली होने के साथ-साथ जैन धर्म के 19वें व 21वें तीर्थंकर मल्लिकनाथ व नमिनाथ की भी जन्मस्थली है.
यहां एक जैन मंदिर का निर्माण भी कराया जा रहा है, जिसका निर्माण कार्य लगभग पूरा होने को है. मिथिला नरेश राजा जानक की राजधानी जनकपुर धाम यहां से महज 55-69 किमी की दूरी पर है. वहीं, सीता स्वयंवर का स्मृति चिह्न नेपाल के धनुषा में है जो सीतामढ़ी से करीब 70-75 किमी की दूरी पर है. इस तरह रामायण सर्किट का महत्वपूर्ण हिस्सा इसी क्षेत्र के ईर्द-गीर्द है. नेपाल के रास्ते चीन की राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भी यहां की भौगोलिक स्थिति काफी मजबूत है. ऐसे में यहां एयरपोर्ट का होना अति आवश्यक है.
Posted By : Avinish kumar mishra