बिहार के नए राज्यपाल के रुप में राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर शपथ लेंगे. उन्होंने पिछले रविवार को बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. 68 वर्षीय अर्लेकर गोवा के हैं और बिहार का राज्यपाल बनाये जाने के पहले हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल थे. बिहार का राज्यपाल बनाये जाने पर उन्होंने केंद्र सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि देश में जहां भी मौका मिलता है, उन्हें वहां काम करके खुशी होती है. गैर भाजपा शासित राज्य का राज्यपाल नियुक्त किये जाने पर गोवा के रहने वाले अर्लेकर ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सरकार किस पार्टी की है. उन्होंने कहा कि केंद्र ने उनके अनुभव को देखते हुए उन्हें बिहार जैसे बड़े राज्य की जिम्मेदारी देना उचित समझा होगा. अर्लेकर ने कहा कि उन्हें जहां भी मौका मिलता है, वह देश के लिए काम करके खुश होते हैं. वह पहले गोवा से भाजपा विधायक थे और राज्य विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में भी काम कर चुके हैं. उन्हें जुलाई, 2021 में हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया था.
बचपन से संघ से जुड़े रहे हैं राजेंद्र विश्वनाथ
राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता रह चुके हैं. मूल रूप से अर्लेकर गोवा के रहने वाले हैं. वे साल 2002 से 2007 तक यह गोवा में बीजेपी के विधायक रहे हैं. वहीं, वर्ष 2012 से 2015 तक गोवा विधानसभा के स्पीकर थे. इस कार्यकाल में गोवा विधानसभा को कागजमुक्त बनाया. तब वह स्पीकर हुआ करते थे. वर्ष 2015-2017 वन पर्यावरण राज्य मंत्री भी रहे हैं. इसके बाद ही हिमाचल प्रदेश के गवर्नर बने थे. उन्होंने एमइएस कॉलेज (वास्को डी गामा गोवा) से पढ़ाई की थी. राजेंद्र अर्लेकर बचपन से ही आरएसएस से जुड़ गये थे. साल1989 में बीजेपी में शामिल हुए थे.
बिहार के 41वें राज्यपाल होंगे विश्वनाथ अर्लेकर
राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर बिहार के 41 वें नये राज्यपाल होंगे. 23 अप्रैल, 1954 को जन्मे राजेंद्र मूलत: गोवा के रहने वाले हैं. फागू चौहान बिहार के 40 वें राज्यपाल थे. राज्यपाल फागू चौहान ने 29 जुलाई, 2019 को बिहार के राज्यपाल का पद ग्रहण किया था. उनका कार्यकाल करीब साढ़ेतीन साल का रहा. इस दौरान राज्यपाल फागू चौहान के संबंध राज्य सरकार से हमेशा मधुर बने रहे.
फागू का सरकार से रहा मधुर
वहीं, फागू चौहान का बिहार में कार्यकाल करीब साढ़े तीन साल का रहा. इस दौरान सरकार से उनके संबंध हमेशा मधुर बने रहे. यह उनका राजनीतिक कौशल ही माना जायेगा. दरअसल उनके कार्यकाल में बिहार की राजनीति में जबरदस्त उथल- पुथल हुई. उनके कार्यकाल में मुख्यमंत्री ने दो बार शपथ ली. एक बार उनकी सरकार भाजपा के साथ थी. अभी महागठबंधन के साथ है.
राजेंद्र विश्वनाथ को स्पीकर ने दी बधाई
विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर के राज्यपाल के रूप में चुने जाने पर उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि श्री अर्लेकर बिहार के 41वें राज्यपाल के रूप में एक नयी भूमिका निभाने जा रहे हैं. उनके साथ बिहारवासियों की अपार आकांक्षाएं भी जुड़ी हैं. इस नवल दायित्व के लिए उन्हें हार्दिक अभिनंदन एवं अपार शुभकामनाएं है.