Loading election data...

Bihar news: आरा में मिड-डे-मिल खाने से एक साथ बीमार हुए 50 स्कूली बच्चे, मचा हड़कंप

Bihar news: आरा में मिड-डे-मिल खाने से एक साथ 50 बच्चे बीमार हो गए. घटना के बाद स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में सभी बच्चों को अस्पताल में दाखिल कराया गया. जहां सभी बच्चों की स्थिति अब बेहतर बतायी जा रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2022 4:58 PM

‍Bihar news: बिहार में मिड-डे-मील योजना की क्या स्थिति है वह किसी से छिपी हुई नहीं है. ताजा मामला आरा का है. यहां मिड डे मिल खाने के फौरन बाद 50 बच्चे एक साथ बीमार हो गए. एक साथ बच्चों की हालत बिगड़ने के बाद स्कूल में हड़कंप मच गया. स्कूल के शिक्षकों बिना देर किये सभी बच्चों को आनन-फानन में पीरो रेफरल अस्पताल में दाखिल कराया गया. जहां सभी बच्चों को उपचार जारी है.

चिकित्सकों के भी उड़े होश

अस्पताल में स्कूली ड्रेस में एक साथ 50 की संख्या में जैसे ही बच्चे पहुंचे. पीरो रेफरल अस्पताल के चिकित्सकों के भी होश उड़ गए. आनन-फानन में चिकित्सकों ने सभी बच्चों का इलाज शुरू किया. बच्चों की हालत अब स्थिर बतायी जा रही है. जानकारी के मुताबिक पीरो थाना क्षेत्र स्थित हसन बाजार ओपी अंतर्गत हरनाम टोला गांव में स्कूल के शिक्षकों ने भोजन से कुछ देर पहले ही बच्चों को एल्बेंडाजोल दवा खिलायी थी. भोजन करने के बाद बच्चों को उल्टी, पेट दर्द और चक्कर आने लगे थे.

मामले की जांच जारी

इस मामले को लेकर फिलहाल स्कूल के शिक्षक और शिक्षा विभाग के अधिकारी ने स्थिति स्पष्ट नहीं होने कि बात कहते हुए पल्ला झाड़ लिया. हालांकि दबे स्वर में जांच कराने कि बात कही जा रही है. घटना के बाद प्रखंड शिक्षा विभाग ने इलाके के सभी सरकारी प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में एमडीएम आपूर्ति की जांच कराने की बात कही है. खबर लिखे जाने तक किसी भी वरीय अधिकारी ने स्पष्ट तौर पर घटना की जानकारी नहीं थी.

आए दिन आते रहते हैं ऐसे मामले

बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है जब एमडीएम खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ने के मामले सामने आया हो. बीते 30 जून को भागलपुर के नवगछिया के रंगरा प्रखंड अंतर्गत झल्लू दास दुर्गा मंदिर मध्य विद्यालय के लगभग 2 दर्जन से अधिक स्कूली छात्र मध्याहन भोजन खाने के बाद बीमार हो गये थे. इस घटना के बाद भी जांच कराने की बात कही गयी थी. लेकिन मामले की जांच हुई या फिर फाइलों में दबकर रह गयी. इस बात का आज तक पता नहीं चल सका.

Next Article

Exit mobile version