Bihar News जीतन राम मांझी की ‘भ्रष्ट बुद्धि’ ठीक करने के लिए 51 पंडित करेंगे बगलामुखी जाप
Bihar News पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी(Jitan Ram Manjhi News) की भ्रष्ट बुद्धि ठीक करने के लिए पटना के 51 पंडित बगलामुखी जाप करेंगे. ताकि जीतन राम मांझी की 'भ्रष्ट बुद्धि' ठीक हो जाए. ब्राह्मण को लेकर मांझी द्वारा दिए गए आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद पंडितों ने यह फैसला लिया है.
पटना. ब्राह्मण को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi News) के बयान पर बिहार का राजनीति तापमान चरम पर है. नाराज ब्राह्मणों को मनाने के लिए जीतन राम मांझी ने ब्राह्मण-दलित एकता भोज का आयोजन किया. लेकिन, ब्राह्मण इससे माने कि नहीं यह तो फिलहाल स्पष्ट नहीं हुआ है. लेकिन, इसपर सियासत जरुर तेज हो गई है. 51 ब्राह्मणों ने अब मांझी को सदबुद्धि देने के लिए बगलामुखी जाप करने की घोषणा कर दी है. ताकि मांझी की भ्रष्ट बुद्धि ठीक हो और ईश्वर उन्हें सदबुद्धिे दे.
बताते चलें कि जीतन राम मांझी ने ब्राह्मणों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी. इसके बाद से विवाद खड़ा हो गया है. मांझी इसपर कई बार सफाई भी दे चुके हैं. लेकिन अपनी सफाई के क्रम में उनके बयान से हर नया विवाद खड़ा होता गया. जीतन राम मांझी ने इसके बाद पटना स्थित अपने सरकारी आवास पर सोमवार को 12:30 बजे ब्राह्मण-दलित एकता भोज का आयोजन किया. लेकिन, भोज में भी हंगामा हो गया. इसके बाद मांझी का भोज सियासी रंग ले लिया है. मांझी के बयान से नाराज ब्राह्मणों ने उनको सदबुद्धि देने के लिए बगलामुखी जाप करने का ऐलान किया है. जाप करने वाले पंडितों का कहना है कि वह मांझी की भ्रष्ट बुद्धि ठीक करने और ईश्वर से उन्हें सदबुद्धिे देने की प्रार्थना करेंगे. जाप का आयोजन पटना के विजय राघव मंदिर में किया जाएगा.
मंदिर के पुजारियों का कहना है कि मांझी ने मांस-मछली खाने वाले ब्राह्मणों को अपने भोज में नहीं बुलाया है. हमलोग लहसुन-प्याज तक भी नहीं खाते हैं. हमारे जैसे 1 लाख से ज्यादा ब्राह्मण है जो मांस मछली नहीं खाते हैं. लेकिन मांझी यह चेक कैसे करेंगे. जो ब्राह्मण हैं उन लोगों ने मांस-मछली खाया है कि नहीं.
मांझी ने पटना में मुसहर भुइया समाज के कार्यक्रम में कहा था कि आजकल मुसहर टोली में सत्यनारायण भगवान की पूजा होने लगी है. मांझी ने इसी सभा में पंडितों के लिए आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग किया था, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया. बाद में मांझी ने सफाई दी कि वह ब्राह्मणों के नहीं ब्राह्मणवाद के खिलाफ हैं. मांझी ने आगे कहा कि जो ब्रह्म को जानते हैं, वही असली ब्राह्मण हैं. इसके बाद उन्होंने सोमवार को उन ब्राह्मणों को भोज पर आमंत्रित किया है, जिन्होंने कभी मांस-मछली और मदिरा का सेवन नहीं किया हो.