Bihar News: बगहा के नदी में बहा दिया गया भारी मात्रा एक्सपायरी डेट वाली खाद्य सामग्री, पानी में तैरता देख छानने के लिए नदी में कुदे लोग

Bihar News: बगहा में एक्सपायरी डेट का बिस्कुट , कुरकुरे, चॉकलेट सहित कई प्रकार की वस्तुओं को लोगों ने हरहा नदी में तैरता देख कर बड़ी संख्या में लोग नदी में कूद गए.

By Radheshyam Kushwaha | August 28, 2024 5:32 PM

Bihar News: बिहार के बगहा से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां पर लाखों रुपये की एक्सपायरी डेट का बिस्कुट , कुरकुरे, चॉकलेट सहित कई प्रकार की वस्तुओं को लोगों ने हरहा नदी में बहा दिया है. नगर परिषद क्षेत्र के बॉर्डर मलपुरवा हरहा नदी में मंगलवार की सुबह तैरता हुआ देखा गया. नदी में अनेक खाद्य सामग्री जैसे – एक्सपायरी डेट का बिस्कुट , कुरकुरे, चॉकलेट सहित कई प्रकार की वस्तुओं को लोगों ने हरहा नदी में तैरता देख कर युद्ध स्तर पर ठीक – ठाक माल समझ नदी में उतर कर छानने लगे. परंतु देखने पर जांचोपरांत पता चला कि यह सभी वस्तुएं 2022/23 में ही इसका डेट एक्सपायरी हो चुका है. जिसे लोगों ने पशुओं को भी खिलाना मुनासिब नहीं समझा. क्योंकि खाने के बाद पशु भी बीमार हो सकते थे.

छापेमारी के डर से एक्सपायरी डेट का अनेकों खाद्य सामग्री हरहा नदी में फेंकी गयी

आम लोगों में चर्चा है कि लौरिया में बिक्री कर विभाग ने जो छापा कर कुछ दुकानों का जांच किया है. जिसके भय से इस माल को एजेंसी के मालिकों द्वारा ट्रक से ले जाकर या तो सोझी घाट पुल के पास हरहा नदी में गिराया गया है या तो नरवल बरवल पुल के पास गिराया गया हो. खाद्य आपूर्ति विभाग के जांच का विषय है. सबसे बड़ी बात यह है कि आखिर इतने भारी मात्रा में यह सब सामग्री जैसे कि बिस्कुट, चॉकलेट, कुरकुरे वगैरह कैसे लोगों के पास रह जाता है तथा उसे थोड़े मात्रा में क्यों नहीं फेंक देते हैं. जनहित में यह बहुत ही चिंता का विषय है. इसी क्रम में बगहा नगर के मलपुरवा पुल के नीचे बह रही हरहा नदी में हजारों की संख्या में बिस्कुट सहित कई कंपनियों का चॉकलेट, भुजिया इत्यादि बना पैकेट, देख लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है. जिसे पाने के लिए ग्रामीणों में होड़ मची रही.

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लाखों रुपये की खाद्य सामग्री को नदी में बहाया

जानकारी के मुताबिक बता दे की इस खाद्य सामग्री को किसने लाखों लाख रुपये के लागत को नदी में बहाया इसकी कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी है कि यह किसकी थी और कहा से आया था. जब सभी सामग्री को कई लोगो ने नदी से निकाला तो सबसे पहले चेक करने पर सब सामग्रियों की एक्सपायरी डेट वर्ष पाई गई हो सकता है. कि इसी डर व भय से फेक दी गई हैं. प्रश्न की बात करे तो फूड अधिकारियों व सेल टैक्स के जांच की भय से इसको नदी में बहा दिया गया है. चाहे जो भी व्यवसाई हो. अगर वह भूलवश इसको मार्केट में बेचा होता तो कई जिंदगियां तबाह हो सकती थी. जो एक जांच का विषय है.

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