Bihar: ‘इंदल जिंदा है..’ आतंकवाद के आरोप में अमृतसर जेल में है बंद‍! 6 साल बाद एक चिट्ठी ने मचाई खलबली

Bihar News: भागलपुर के कहलगांव के एक परिवार में अचानक उम्मीद जगी है. एक चिट्ठी ने उसे फिर से आश जगाई है कि उसका बेटा इंदल जिंदा है. मजदूरी के लिए 6 साल पहले बाहर गया इंदल आतंकवाद के आरोप में जेल में बंद है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 4, 2023 10:12 AM

Bihar News: भागलपुर जिला कहलगांव थाना क्षेत्र के सदानंदपुर बैसा पंचायत स्थित बेटेश्वर स्थान बैसा का रहने वाला इंदल छह साल पूर्व अपने घर से यह कह कर निकला था कि वह परदेश कमाने जा रहा है. लेकिन परिवार के लोगों को क्या पता था कि वे फिर कभी इंदल की आवाज नहीं सुन पायेंगे. 2016 में घर से जाने के बाद से लेकर अब तक इंदल की कोई खोज खबर नहीं मिली. लेकिन पंजाब के अमृतसर में रहने वाले अरविंद कुमार चौधरी के नाम से मिले पत्र में यह दावा किया गया है कि इंदल जीवित है और आतंकी गतिविधि करने के मामले में गिरफ्तार होकर अमृतसर के जेल में ही बंद है.

सक्रिय हो गये परिवार के लोग, वापस लाने के लिए लग गए

उक्त पत्र के मिलने के बाद एक तरफ परिवार वालों की खुशियां लौट गयी है, तो दूसरी तरफ आतंकवादी होने के आरोप में जेल में बंद होने की बात ने परिवार के लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. पत्र मिलने के बाद से पत्नी बेबी देवी, उनके बच्चे और बूढ़ी मां कभी ग्रामीणों के पास, तो कभी सरपंच के पास, तो कभी मुखिया के पास इंदल राय को वापस भागलपुर लाने के लिये फरियाद लगा रहे हैं. इसी फरियाद को लेकर परिवार के लोग कहलगांव एसडीएम कार्यालय तक पहुंचे, जहां से हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया गया.

कर्नाटक से पहुंचा अमृतसर, वहां हुआ गिरफ्तार

अरविंद कुमार चौधरी द्वारा भेजे गये पत्र में दावा किया गया है कि जेल में बंद इंदल राय को मदद की जरूरत है. उन्होंने बताया कि वह भी इंदल के साथ जेल में बंद थे, जहां इंदल ने उन्हें अपने और अपने परिवार के बारे में पूरी जानकारी दी है. इंदल ने उन्हें बताया कि वह घर से कमाने के लिये कर्नाटक गया था. जहां से किसी के बहकावे में आकर अमृतसर पहुंच गया. अमृतसर में एक आतंकवादी घटना के बाद पुलिस ने उसे पकड़ कर जेल में डाल दिया. अरविंद कुमार चौधरी ने यह भी दावा किया है कि स्थानीय सांसद, विधायक, एसपी आदि के स्तर पर चरित्र प्रमाण पत्र बनवाकर अमृतसर जाने पर इंदल को छुड़ाने में मदद मिलेगी.

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इंदल के लापता होने के बाद परिवार पर टूटी थी आर्थिक आपदा

इंदल राय की पत्नी बेबी देवी ने बताया कि इंदल के लापता होने के बाद उन्होंने हर स्तर पर अपने पति की खोजबीन कराने की कोशिश की. लेकिन इंदल का कुछ पता नहीं चल सका. लापता होने के बाद उनके पूरे परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी थी. इसके बाद खेतों में मजदूरी करके बूढ़ी सास और बच्चों का लालन-पालन करने लगी.

2016 में गांव के छंगूरी के साथ गया था कर्नाटक

परिजनों के अनुसार सदानंदपुर बैसा पंचायत के बटेश्वर पहाड़ वैसा निवासी इंदल राय को दिसंबर 2016 में छौपाल टोला के संवेदक छंगुरी यादव ने कर्नाटक के कुड़की एनटीपीसी प्लांट में कहलगांव क्षेत्र के 10 मजदूरों के साथ भेजा था. इंदल राय साथियों के साथ कर्नाटक पहुंचने के चंद घंटे बाद ही अपने अन्य साथियों को छोड़ कहीं चला गया था.उसके बाद से उसका कोई पता नहीं चला था. मां और पत्नी बच्चे ने उसकी हर तरह से तलाश की लेकिन उसका सुराग कहीं न मिलने पर हताश हो गए. 30 साल के जवान बेटे की गुमशुदगी ने मां और पत्नी को बुरी तरह तोड़ दिया था.

एसडीएम बोले

”इंदल राय के परिजन मेरे कार्यालय में पहुंचे थे, परिजनों को वंशावली बनाने के लिए कहा गया है. वह किस मामले में जेल में बंद है, इसका पता लगाया जाएगा. उन्होंने परिजनों को दो दिन का समय दिया है.”

– मधुकांत, एसडीएम, कहलगांव अनुमंडल, भागलपुर.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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