बिहार के बेगूसराय में बड़ा हादसा, मुंडन संस्कार के दौरान गंगा में छह किशोर डूबे, दो शव बरामद

बिहार के बेगूसराय में शुक्रवार को बड़ा हादसा हुआ. सिमरिया गंगा घाट पर शुक्रवार को उस समय चीख पुकार मच गयी, जब यहां मुंडन संस्कार के लिए जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आये छह किशोर गंगा नदी में डूब गये. पूरी घटना एक ही घाट पर करीब एक सौ मीटर के दायरे में हुई. इनमें से दो के शव बरामद कर लिये गये हैं. इस दौरान गोताखोरों ने एक अन्य युवक का शव भी बरामद किया है, जिसकी पहचान नहीं हो पायी है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 16, 2021 8:32 PM

बिहार के बेगूसराय में शुक्रवार को बड़ा हादसा हुआ. सिमरिया गंगा घाट पर शुक्रवार को उस समय चीख पुकार मच गयी, जब यहां मुंडन संस्कार के लिए जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आये छह किशोर गंगा नदी में डूब गये. पूरी घटना एक ही घाट पर करीब एक सौ मीटर के दायरे में हुई. इनमें से दो के शव बरामद कर लिये गये हैं. इस दौरान गोताखोरों ने एक अन्य युवक का शव भी बरामद किया है, जिसकी पहचान नहीं हो पायी है.

सिमरिया में गंगा के तट पर शुक्रवार को जिले विभिन्न क्षेत्रों से मुंडन संस्कार कराने के लिए लोग आये हुए थे. इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. मौके पर लोग गंगा में स्नान कर रहे थे. इसी दौरान सिमरिया के विभिन्न घाटों पर नहाते समय बरौनी प्रखंड के मालती गांव निवासी सुरेंद्र राय के इकलौते पुत्र शिवम कुमार (17 वर्ष), बथौली निवासी रंजीत तांती के पुत्र रोहित कुमार (19 वर्ष), बेगूसराय हरदिया निवासी उमेश शर्मा के पुत्र विकास शर्मा (20 वर्ष), हरदिया निवासी लड्डलाल महतो के पुत्र लक्ष्मण कुमार (16 वर्ष) और बेगूसराय विशनपुर ब्राह्मण टोला निवासी विश्वनाथ ठाकुर उर्फ बबलू ठाकुर के पुत्र सत्यम कुमार (24 वर्ष) पैर फिसलने से गहरे पानी में चले गये.

इससे वहां पर अफरा-तफरी मच गयी. इसके बाद स्थानीय गोताखोर अनिल कुमार, भरत, जाटो अमर, सुनील, मनीष, दिवाकर, शत्रुघ्न, अर्जुन कुमार ने दो मोटरबोट की मदद से तलाशी अभियान चलाकर विकास शर्मा और रोहित कुमार के शव बरामद कर लिये. इस दौरान एक अज्ञात युवक का शव भी बरामद किया गया.

देर शाम तक अन्य शवों की तलाश में गोताखोर लगे हुए थे. पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. हरदिया निवासी कारी महतो ने बताया कि विकास शर्मा अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था, उसकी दो बहनें हैं. वहीं, मालती निवासी शिवम कुमार चार बहनों में इकलौता भाई था. इस हादसे के बाद सिमरिया गंगा घाट पर कोहराम मचा रहा.

सूनी आंखों से निहारते रहे गंगा घाट को

मुंडन संस्कार में भाग लेने आये ग्रामीण और परिजन नम आंखों से बच्चे के शव के बरामद होने का इंतजार करते रहे.घाट को एकटक निहारते परिजनों की आंखों के आंसू शव के मिलने की प्रतीक्षा में सूख गये. सूनी आंखों से चुपचाप गंगा को निहारते मगर मन ही मन अपनों के मिलने की दुआ भी मांगते रहे.

भीड़ शव के मिलने का इंतजार कर रहे थे. जब भी शव मिलने की खबर आती लोग उधर दौड़ पड़ते और चीख पुकार मच जाती. बताते चलें कि सिमरिया घाट के इतिहास में यह पहली दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. जिसमें एक ही दिन छह लोगों के डूबने से मौत की हुई है.

Posted By; Utpal kant

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