Bihar News: नियमित टीकाकरण के मामले में बिहार ने पूरे देश में नंबर वन स्थान पाया है. राज्य शिशुओं और गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण में सबसे आगे है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इस बात पर हर्ष व्यक्त किया और कहा कि यू-विन पोर्टल के माध्यम से शिशुओं और गर्भवती महिलाओं को सबसे अधिक संख्या में टीके देने में बिहार अग्रणी है.
बिहार के बाद उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा का स्थान है. उन्होंने बताया कि यू-विन पोर्टल कोविड-19 वैक्सीन प्रबंधन प्रणाली को बेहतर ढंग से संचालित करने व उस पर नियंत्रण के लिए बनाया गया है. इसका उद्देश्य रिकॉर्ड को डिजिटल करके टीकाकरण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना है.
टीका-निवारणीय रोगों के रखे जाते हैं रिकॉर्ड
पोर्टल पर नियमित टीकाकरण के लिए 16 वर्ष की आयु तक 12 टीका-निवारणीय रोगों के रिकॉर्ड भी रखे जाते हैं. इससे माता-पिता या गर्भवती महिलाओं को कागजात रिकॉर्ड या टीकाकरण कार्ड ले जाने की आवश्यकता के बिना अपने टीके प्राप्त करने की अनुमति मिलती है.
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आयुष्मान कार्ड का मुफ़्त निर्माण 10 तक
राज्य में स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रधानमंत्री जन आरोग्य और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 10 दिसंबर तक मुफ्त हेल्थ कार्ड का निर्माण कराया जा रहा है. विभाग द्वारा 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों और छूटे हुए राशन कार्डधारियों का हेल्थ कार्ड बनाया जा रहा है. कार्ड निर्माण के बाद सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटलों में पांच लाख तक सालाना मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी. विभाग द्वारा इसके लिए दो टॉल फ्री नंबर 104 और 14555 जारी किया गया है. किसी भी नागरिक को कार्ड बनाने के संबंध में इन नंबरों पर फोन कर जानकारी ली जा सकती है.