Bihar News बिहार सरकार में बीजेपी के मंत्री सम्राट चौधरी ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की शादी को लेकर आरजेडी पर तंज कसा है. नीतीश कुमार कैबिनेट में पंचायती राज विभाग सम्राट चौधरी ने कहा कि तेजस्वी यादव की शादी के बाद आरजेडी को जाति आधारित जनगणना की मांग छोड़ देनी चाहिए.
मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के दूसरे कास्ट में विवाह के बाद लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी को जाति आधारित जनगणना की अपनी मांग छोड़ देनी चाहिए. सम्राट चौधरी ने कहा कि तेजस्वी यादव से पूछा जाना चाहिए कि वह अब किस समुदाय से हैं. अपने माता-पिता वाले समुदाय से या अपनी पत्नी वाले समुदाय से. सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव की अपनी बचपन की दोस्त रेचेल आइरिस से हालिया शादी का जिक्र करते हुए ये बातें कहीं.
दरअसल, सम्राट चौधरी से जाति जनगणना के संबंध में उनकी पार्टी बीजेपी और सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के बीच मतभेदों के बारे में पूछा गया था. बता दें कि राज्य विधायिका ने जाति जनगणना के समर्थन में दो बार प्रस्ताव पारित किए हैं. हालांकि, बीजेपी विधायकों ने इनका समर्थन किया है. लेकिन, केंद्र में मोदी सरकार द्वारा इससे इन्कार करने पर पार्टी खुद को संकट में पाती है. बता दें कि कुछ समय पहले नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी, जिसमें तेजस्वी भी शामिल थे.
उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार ने कहा था कि सर्वे का आदेश देने से पहले वह इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाएंगे. हालांकि, सम्राट चौधरी का कहना है कि इस पर बीजेपी और जदयू को फैसला करना है, क्योंकि दोनों दलों की राज्य में साझा सरकार है. उन्होंने तेजस्वी और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव का नाम लिए बिना कहा कि यूपी और बिहार के दोनों युवराजों ने जाति बंधन तोड़ दिया है. इसलिए उनकी पार्टियों को जाति जनगणना के बारे में चिंता करना बंद कर देना चाहिए.
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