बगहा. बिहार में एक ओर आर्थिक अपराध शाखा रोज कहीं न कहीं भ्रष्टाचारियों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है, वहीं दूसरी ओर निगरानी कि ऐसी कार्रवाई से बेखौफ घूसखोर कर्मचारी रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला पश्चिम चंपारण के बगहा का है.
यहां निगरानी की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बगहा-1 प्रखंड के आइसीडीएस कार्यालय में प्रधान लिपिक के पद पर कार्यरत शंभूनाथ पांडेय को 25 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. गुरुवार को निगरानी डीएसपी के नेतृत्व में पहुंची टीम गिरफ्तार लिपिक को अपने साथ मुजफ्फरपुर लेकर चली गयी.
जानकारी के मुताबिक प्रधान लिपिक शंभू नाथ पांडेय ने एक आंगनबाड़ी सेविका की सेवा स्थायी करने के एवज में डुमरिया गांव निवासी रजनीश कुमार गिरी से 25 हजार रुपए की मांग की थी. जिसकी शिकायत रजनीश कुमार ने निगरानी से की थी.
आंगनबाड़ी सेविका के देवर रजनीश कुमार की सूचना पर निगरानी की टीम हरकत में आयी. निगरानी विभाग ने जांच के बाद मामले को सही पाया. गुरुवार को पैसे देने की बात तय हुई थी. निर्धारित समय पर रजनीश पैसे लेकर आरोपी प्रधान लिपिक के पास पहुंचा था.
इसी दौरान निगरानी विभाग की टीम ने छापेमारी कर प्रधान लिपिक शंभूनाथ पांडेय को 25 हजार रुपए लेते रंगेहाथ धर दबोचा. आरोपी प्रधान लिपिक को गिरफ्तार करने के बाद निगरानी की टीम उसे अपने साथ मुजफ्फरपुर लेकर चली गयी. अचानक हुई इस कार्रवाई से आइसीडीएस कार्यालय में हड़कंप मच गया.