Bihar News: महावीर वात्सल्य अस्पताल में एनआरपी प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें विशेषज्ञों ने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर कई जानकारियां साझा की. विशेषज्ञ ने कहा कि नवजात शिशु के जन्म लेते समय पूरी सावधानी की जरूरत होती है. जन्म के ठीक बाद का एक मिनट का समय नवजात शिशु के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है. उस समय प्रशिक्षित चिकित्साकर्मी की सघन निगरानी और देखरेख की जरूरत होती है. महावीर वात्सल्य अस्पताल में एनआरपी पर नर्सिंग स्टाफ की प्रशिक्षण कार्यशाला में शिशु रोग विशेषज्ञों ने अपने अनुभव को साझा किया. साथ ही शिशुओं से संबंधित कई जानकारी को साझा किया.
अस्पताल के निर्देशक और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ एनपी सिंह ने मैनीक्वीन (कृत्रिम शिशु) के जरिए नर्सिंग स्टाफ को कई टिप्स दिए. उन्होंने बताया कि किस प्रकार सांस लेने में तकलीफ होने पर नवजात शिशु को सही पोजिशन में रखते हुए कृत्रिम सांस देनी चाहिए. महावीर वात्सल्य अस्पताल के वरीय शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ बिनय रंजन ने बताया कि नर्सिंग स्टाफ को इस तरह का प्रशिक्षण बहुत उपयोगी है. इससे नवजात शिशुओं को इन्फेक्शन और अन्य समस्याओं से बचाया जा सकता है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ विवेक पांडेय ने बताया कि नवजात शिशु अनजाने में गन्दा पानी पी लेते हैं, उससे बचाना होता है.
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कुछ नवजात शिशुओं को सांस लेने में भी तकलीफ होती है. उनका शरीर ठंढ़ा पड़ जाता है. इन सब स्थितियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी का होना आवश्यक है. प्रशिक्षण कार्यशाला में महावीर वात्सल्य अस्पताल के अपर निदेशक राम बहादुर यादव, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ विमल, डॉ रणदीप, डॉ अमित, शिशु सर्जन डॉ राकेश, सिस्टर सरोजनी, सिस्टर ओमना आदि मौजूद थे.