आनंद तिवारी पटना पटना में कोरोना मरीजों की संख्या में एकाएक इजाफा और संक्रमण दर बढ़ने की सबसे बड़ी वजह वैसे पॉजिटिव मरीज हैं, जिनके संपर्क में आकर लोग संक्रमित हुए. पंद्रह दिनों के अंदर पटना जिले में कोरोना के 12 हजार 870 केस मिले हैं.
इनमें करीब 40 प्रतिशत मामलों में संक्रमण की वजह कोरोना पॉजिटिव के सीधे संपर्क में आना है. इसका खुलासा कांटेक्ट ट्रेसिंग की टीम द्वारा किये गये नमूना जांच में हुआ है. 30 फीसदी मामले ऐसे हैं, जिनमें शहर में ही कहीं आने-जाने या दूसरे शहरों की यात्रा करने के दौरान संक्रमण हुआ.
पटना की सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी का कहना है कि पटना जिले में एक पॉजिटिव व्यक्ति ने कम से कम पांच लोगों को संक्रमित किया है. यही वजह है कि संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग कांटेक्ट ट्रेसिंग पर जोर दे रहा है. संक्रमितों के संपर्क में आने वालों की विशेष निगरानी की जायेग.
कांटेक्ट ट्रेसिंग की टीम का आकलन है कि 30 फीसदी संक्रमित अब भी घर से निकल रहे हैं. खतरा इस बात का है कि बगैर लक्षणों वाले संक्रमित किसी को भी संक्रमण दे सकते हैं. सर्विलांस टीम के एक अधिकारी का कहना है कि अब तक करीब सात हजार केस कांटेक्ट ट्रेसिंग में मिले हैं.
हर दूसरे या तीसरे संक्रमित के संपर्क में आये लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं. इनमें अधिकतर ऐसे यात्री हैं, जो दिल्ली, मुंबई, कोलकाता या विदेशों से यात्रा कर पटना पहुंचे हैं. बाहर से आने वाले कुछ ऐसे भी यात्री हैं, जो कोविड पॉजिटिव होकर आये और अपने घर के बाकी सदस्यों को को ही संक्रमित कर दिया.