बिहार: शिक्षा विभाग का आदेश, मिड डे मील का खाली बोरा बेचेंगे शिक्षक, जानें किन कार्यों में खर्च होंगे ये रुपए

Bihar News: बिहार में शिक्षा विभाग की ओर से कई प्रकार के आदेश जारी किए गए है. इसी बीच नया आदेश जारी हुआ है. इसके अनुसार अब विद्यालयों के शिक्षक मिड डे मील का खाली बोरा बेचेंगे. 20 रुपया प्रति बोरा बेचने का निर्देश जारी किया गया है.

By Sakshi Shiva | August 20, 2023 3:56 PM

Bihar News: बिहार में शिक्षा विभाग की ओर से इन दिनों कई तरह के निर्देश जारी किए जा रहे है. राज्य में सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों और प्रधानाध्यपकों के लिए अब एक और नया फरमान जारी हो गया है. जाति सर्वे की जिम्मेदारी के बाद अब बोरे यानी गनी बैग बेचने का काम दिया गया है. दरअसल, सरकारी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक और शिक्षक मध्याह्न भोजन का बोरा बेचेंगे. शिक्षकों को मिड डे मील का खाली बोरा 20 रुपया प्रति बोरा बेचने का आदेश है. इतना ही नहीं, सरकारी स्कूलों के हेडमास्टर को मिड-डे मिल के चावल और दाल के खाली हुए इन बोरों को कम से कम 20 रुपए में बेचने के बाद इससे मिले पैसे को सरकारी खाते में जमा भी कराना है. शिक्षा विभाग के इस आदेश की काफी चर्चा हो रही है.

स्कूल में संभाल कर रखा जा रहा बोरा

शिक्षा विभाग के इस आदेश को लेकर भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर प्रखंड अंतर्गत स्थित प्राथमिक विद्यालय लत्तीपाकर में प्रधानाध्यापक मंथन में लगे हैं. वह बोरियों को रखवाते हुए देखे गये. अब खरीदार मिलने के बाद इसकी बिक्री की जाएगी. प्रधानाध्यापक अटल बिहारी सिंह ने कहा कि विभाग का आदेश है तो पालन करना ही पड़ेगा. मामले को लेकर कमिटी में इसपर चर्चा करेंगे. बोरा बेचने का निर्देश और 20 रुपया प्रति बोरी बेचने का निर्देश पत्र में है. इसमें कुछ परेशानी भी है. फटा बोरा देखकर बच्चे बोरा लेकर बैठ जाते हैं. जिस वजह से बोरा बेचने लायक नहीं रह जाता है. इसे ध्यान में रखते हुए बोरे को बक्से में संभाल कर रख रहे हैं.

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बता दें कि खाली बोरा बेचने से जौ पैसा आएगा उसे जिलों में संचालित राज्य योजना मद के तहत खोले गए बैंक के खातों में जमा किया जाएगा. पहले बोरा बेचने का रेट 10 रुपए निर्धारित था. अब इसे बढ़ाकर 20 रुपया किया गया है. दरअसल, डायरेक्टर (मिड डे मिल) ने एक आदेश जारी किया है. अनाज की खपत के बाद बोरो की खपत सुनिश्चित किया जाए. स्थानीय बैंक खातों में बिक्री आय को जमा कराने का आदेश है. राशि के जमा किए जाने के बाद संबंधित जिला कार्याक्रम अधिकारियों को निदेशक (मिड डे मील) के माध्यम से विभाग को लिखित रुप से सूचित करना है.

केके पाठक के निर्देश पर तोड़ा गया स्कूल का जर्जर भवन

केके पाठक के निर्देश पर मुजफ्फरपुर के कुढ़नी तुर्की बुनियादी विद्यालय का जर्जर भवन तोड़ा गया है. विद्यालय में निरीक्षण के लिए पहुंचे अपर शिक्षा मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई शुरू हो गयी है. शुक्रवार को उन्होंने निरीक्षण के क्रम में बुनियादी विद्यालय अभ्यास शाला तुर्की के जर्जर भवनों को तोड़ने का निर्देश दिया था. उसके बाद शनिवार को ही जेसीबी की मदद से विद्यालय के पुराने भवन को तोड़ दिया गया. विद्यालय के आठ पुराने भवनों को तोड़ा गया है, जो खंडहर हो चुका था. इस भवन से बड़े हादसे की आशंका बनी हुई थी. इन भवनों को देख अपर शिक्षा मुख्य सचिव ने जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रफुल्ल कुमार ने भवन तोड़ने का निर्देश दिया था. मौके पर एचएम चंदा कुमारी, अजित कुमार, चंद्रकिशोर कुमार समेत अन्य शिक्षक मौजूद थे.

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इस नयी जिम्मेदारी की होगी मॉनिटरिंग..

बिहार में लगातार सरकारी स्कूलों में सुधार की कोशिश हो रही है. इस क्रम में निरीक्षण भी किया जा रहा है. केके पाठक की ओर से शिक्षकों को लेकर कई आदेश जारी किए जा रहे है. इसी क्रम में हेडमास्टरों को बोरा बेचने का काम दिया गया है. इस राशि को सरकारी खाते में जमा करना है. संभावना जताई जा रही है कि इस राशि को फिर विकास के कार्यों में लगाया जाएगा. हेडमास्टरों द्वारा जब बोरा बेचने के बाद पैसे को जिले में भेजेंगे और फिर जिला स्तर पर सारे पैसे को सरकारी खजाने में जमा कराया जाएगा. हेडमास्टर्स को मिली इस नयी जिम्मेदारी की मॉनिटरिंग भी होगी.

दरअसल, बता दें कि राज्य में मिड डे मिल के लिए अनाज दिया जाता है. इसके साथ ही बोरा भी दिया जाता है. मतलब, बोरे में ही अनाज रहता है. अब इसे बेचने का टास्क हेडमास्टर को दिया गया है. पहले मिड डे मिल के खाली बोरे की कीमत 10 रुपये प्रति बोरा था. इसमें अब इजाफा कर दिया गया है.

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