Bihar News: पैट परीक्षा-2021 धांधली को लेकर शिक्षा मंत्री ने लिया संज्ञान, TMBU के कुलपति से मांगा जवाब
टीएमबीयू (TMBU) में हुए पैट परीक्षा 2021 के मामले में अब शिक्षा मंत्री ने संज्ञान लिया है. शिक्षा मंत्री ने कुलपति प्रो जवाहर लाल से फोन से बात कर 16 ग्रेस अंक दिये जाने के मामले में रिपोर्ट मांगी है.
भागलपुर: टीएमबीयू में हुए पैट परीक्षा 2021 के मामले में अब शिक्षा मंत्री ने संज्ञान लिया है. शिक्षा मंत्री ने कुलपति प्रो जवाहर लाल से फोन से बात कर 16 ग्रेस अंक दिये जाने के मामले में रिपोर्ट मांगी है. इसे लेकर कुलपति ने भी एक्शन लेना शुरू कर दिया है. विवि की कमेटी ने 16 ग्रेस अंक दिये थे. कुलपति ने पत्र देकर कमेटी के सदस्यों से तीन दिन के अंदर जवाब देने के लिए कहा है.
बोले कुलपति…
कुलपति प्रो. लाल ने कहा कि यह मामला उनके कार्यकाल का नहीं है. पूरे मामले की हाई लेवल से जांच करायी जायेगी. कमेटी में ऐसे लोगों को रखा जायेगा, तो मामले की जांच कर रिपोर्ट देंगे. उन्होंने भी माना है कि नियम-परिनियम के विपरीत जाकर 16 ग्रेस अंक दिया गया है. राजभवन से ऐसा कोई रेगुलेशन नहीं है. पैट परीक्षा ऑल इंडिया बेस पर आधारित होता है. वीसी ने भी सवाल उठाया है कि आखिर 16 अंक ही ग्रेस में क्यों दिया गया. जबकि ऐसा कोई प्रावधान नहीं है. बता दें कि पैट परीक्षा 2021 में फेल छात्रों को विवि ने 16 ग्रेस अंक देकर पास कर दिया था. ऐसे में मेरिट में आये छात्र-छात्राएं बाहर हो गये थे. जबकि फेल छात्र मेरिट में आ गये.
विवि के निर्णय से फेल 354 विद्यार्थी हो गये पास
कुलपति ने कहा कि पूर्व के अधिकारियों के निर्णय से 354 विद्यार्थी को 16 ग्रेस अंक मिलने से पास हो गये. ऐसे में सवाल उठने लगा है. उधर, विवि के पूर्व अधिकारी के अनुसार जिन छात्र-छात्राओं को 95 व 96 अंक तक आये थे. मेरिट लिस्ट से बाहर हो गये थे. जबकि 84 अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को 16 ग्रेस अंक मिलने से पीएचडी करने के लिए मेरिट लिस्ट में आ गये थे.
पैट परीक्षा को लेकर बना फाइल जब्त
कुलपति ने कहा कि पैट परीक्षा को लेकर बनी फाइल को जब्त कर लिया है. साथ ही पूर्व में मामले को लेकर बनी कमेटी द्वारा एक बैठक में लिये गये निर्णय की फाइल भी रख लिया गया है. अब फिर से मामले की उच्च स्तरीय जांच करायी जायेगी.
छात्रा का 95 अंक आने के बाद नहीं हुआ नामांकन
छात्र प्रतिमा कुमारी ने कुलपति को आवेदन देकर पैट परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया है. छात्रा ने कुलपति को दिये आवेदन में कहा कि आरक्षण कोटा में आती है. उसे 95 अंक प्राप्त हुआ है. राजनीति विज्ञान की छात्रा है. लेकिन विवि के अधिकारियों द्वारा 16 ग्रेस अंक दिये जाने से उनका मेरिट में नाम नहीं आया.
निगरानी विभाग भी मामले में विवि से मांगी है रिपोर्ट
पैट परीक्षा में 16 ग्रेस अंक दिये जाने के मामले में निगरानी विभाग ने भी विवि से जांच कर रिपोर्ट मांगी है. विवि सूत्रों के अनुसार निगरानी विभाग को पैट परीक्षा में धांधली को लेकर खगड़िया के एक छात्र ने लिखित शिकायत की थी. निगरानी विभाग ने राजभवन को पत्र लिखकर जांच कराने का आग्रह किया था. राजभवन ने करीब दो माह पहले विवि को पत्र लिखकर मामले की जांच करा कर 15 दिनों में रिपोर्ट मांगी थी. लेकिन अबतक जांच ही पूरा नहीं हो पायी है.