बिहार: अपनी आठ माह के बच्ची की मां ने लीवर देकर बचायी जान, 14 घंटे चला ऑपरेशन, जानें पूरी कहानी
Bihar News: बिहार की जहानाबाद जिले की बच्ची का 14 घंटे की सर्जरी के बाद सफल लिवर ट्रांसप्लांट हुआ है. आपको बता दें कि बच्ची का परिवार जहानाबाद जिले के रहने वाला है. इसके पिता पेशे से शिक्षक है. वहीं, बच्ची का जन्म साल 2022 में पांच जून को हुआ था.
Bihar News: बिहार की जहानाबाद जिले की बच्ची का 14 घंटे की सर्जरी के बाद सफल लिवर ट्रांसप्लांट हुआ है. आपको बता दें कि बच्ची के पिता पेशे से शिक्षक है. वहीं, बच्ची की मां गृहणी है. बच्ची का जन्म साल 2022 में पांच जून को हुआ था. बच्ची की मां के अनुसार शुरुआती दौर में सबकुछ सही था. लेकिन बाद में बच्ची को पीलिया हो गया. इसके बाद बच्ची को डॉक्टर के पास ले जाया गया. लेकिन परेशानियों का दौर खत्म नहीं हुआ. जानकारी मिली कि बच्ची को बाइलरी एट्रेसिया (Biliary Atresia) नाम की बीमारी है. यह एक जानलेवा बीमारी है. इसमें लीवर (Liver) फेल हो जाता है.
माता-पिता ने नहीं मानी हार
बाइलरी एट्रेसिया नाम की बीमारी के वजह से बच्ची को काफी परेशानी हुई. लेकिन, उसके माता-पिता ने हार नहीं मानी. वह बच्ची को इलाज के लिए दिल्ली तक लेकर गए. वहां एक निजी अस्पताल डॉक्टरों ने लीवर ट्रांसप्लांट की सलाह दी. इसमें 20 लाख रुपए तक का खर्च था. बच्ची के पिता ने छह लाख का इंतजाम कर लिया. इसके बाद क्राउडफंडिंग के जरिए लाखों रुपयों को इकट्ठा किया. कई लोगों ने मदद के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया. बता दें कि ट्रांसप्लांट से पहले नाक के जरिए फीडिंग ट्यूब लगाई गई. इसके बाद बच्ची का लीवर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया को पूरा किया गया.
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ट्रांसप्लांट के बाद बच्ची अभी स्वस्थ्य
मालूम हो कि जब बच्ची का लीवर ट्रांसप्लांट हुआ तो उसका वजन 4.6 किलोग्राम था. लेकिन बच्ची अभी स्वस्थ्य है. लगभग 14 घंटे की सर्जरी के बाद डॉक्टरों ने सफल ऑपरेशन किया है. बीमार बच्ची की मां ने अपने लीवर का एक हिस्सा दान किया है. मालूम हो कि छोटी बच्चों के लीवर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया आसान नहीं होती है. यह काफी जटिल प्रक्रिया है. लेकिन डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक बच्ची का लीवर ट्रांसप्लांट किया है.