Bihar: किशनगंज में हाथी ने महिला को पटक कर मार डाला, नेपाल से आकर तबाही मचा रहा जंगली हाथियों का झुंड
Bihar News: किशनगंज के सीमावर्ती क्षेत्र के गांवों में नेपाल से आए जंगली हाथियों से लोग परेशान हैं. हाथी ने यहां एक महिला को अब मौत की नींद में सुला दिया. महिला को हाथी ने सूंढ पर लेकर पटक दिया. जिससे जख्मी हुई महिला ने दम तोड़ दिया.
Bihar News: किशनगंज के सीमावर्ती क्षेत्र के गांवों में लगातार जंगली हाथियों का आतंक जारी है. रात्रि में धनतोला पंचायत के पीपला गांव में हाथी ने 45 वर्षीय महिला को अपनी सूड़ से उठाकर कर पटक दिया. जिससे वह बुरी तरह घायल हो गयी. घायल महिला को ग्रामीण पीएचसी ले गये जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया.
हाथियों के आतंक से लोग भय में
किशनगंज में हाथियों के आतंक से लोग भय में जी रहे हैं. हालांकि हाथियों का झुंड रात्रि में ही नेपाल लौट गया. लेकिन अब इन क्षेत्रों में हाथियों का आवागमन लगातार जारी रहेगा.बताते चलें कि प्रखंड के पूर्वी सीमावर्ती क्षेत्र में जंगली हाथियों का आवागमन शुरू हो गया है. जो अब फिलहाल जारी रहेगा. क्षेत्र में मकई की खेती शुरू होते ही जंगली हाथियों का आवागमन शुरू हो जाता है.
फसल से लेकर मकान तक ध्वस्त करते हैं हाथी
हाथियों का झुंड इस क्षेत्र के खेतों में लगे हुए सभी फसलों को नुकसान पहुंचाएंगे. वही लोगों के कच्चे मकान को तोड़ कर कर नष्ट करेंगे और अनाज भी बर्बाद करेंगे. हाथियों के लिए यह क्षेत्र कोई नया नहीं है. पिछले करीब 6-7 वर्षों से हाथियों का झुंड लगातार धनतोला पंचायत के पांचगाछी,डोरिया,मुलाबाड़ी,धनतोला,पिपला,दिघलबैंक, खाड़ीटोला,बिहारटोला सहित गंधर्वडांगा,बारहभांग गांवों में प्रत्येक वर्ष हजारों एकड़ में लगे फसल को बर्बाद कर किसानों का लाखों का नुकसान करते हैं. मगर वन विभाग और स्थानीय प्रशासन इसे रोकने के अलावे मुख्यदर्शी बने रहते.
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वन विभाग और स्थानीय प्रशासन मौन
सबसे दिलचस्प बात यह है कि इतना सब कुछ होने के बावजूद भी वन विभाग और स्थानीय प्रशासन द्वारा इस संबंध में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही. कभी कभी वन विभाग के कर्मी क्षेत्र में लोगों से हाल जानने के लिए जरूर आ जाते हैं. सीमावर्ती क्षेत्र के लोग हमेशा हाथियों के डर से दहशत में जी रहे हैं. और उनको सुरक्षा का भरोसा देने के लिए कोई सामने नहीं आ रहा है. गौरतलब है कि यहां हाथियों के झुंड ने पहले भी एक मकान का दीवार गिराया था. वहीं कई कच्ची झोपड़ियों को भी ध्वस्त किया है. किसानों के फसलों को रौंदते हुए हाथी नेपाल लौट जाते हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan