पूर्व सांसद सह कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद ने बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट के समुचित विकास में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाधक हैं. बिना नाम लिये कहा कि युवराज और मुख्यमंत्री एक-दूसरे को क्रेडिट देने-दिलाने की महज टेबुल पॉलिटिक्स कर रहे हैं. मिथिला के लोगों की आंखों में धूल झोंक रहे हैं.
कहा कि राज्य सरकार के अधीन भूमि अधिग्रहण के मामले को अब तक कागज पर सिमटा कर रखना इसका प्रमाण है. उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में मिथिला क्षेत्र के 20 सांसदों की मांग पर प्रधानमंत्री ने दरभंगा से हवाई सेवा प्रारंभ करने की सहमति प्रदान की. इसके बाद ही मंथर गति से कार्य आरंभ हुआ. एयरपोर्ट के शिलान्यास के समय से ही राजनीति हो रही है. जन्म नहीं हुआ और उसका नामकरण सहानुभूति बटोरने के लिए कर दिया गया, जबकि आज तक नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने विधिवत नामांकन की घोषणा नहीं की है.
उन्होंने कहा कि मिथिलांचल का विकास हो, यह सोच मुख्यमंत्री की नहीं है. इसी कारण से पूर्णिया हवाई अड्डा का मामला लटका कर रख दिया गया है. दरभंगा एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू कराने का एकमात्र मेरे प्रयास से श्रेय प्रधानमंत्री को जाता है. युवराज मुख्यमंत्री को क्रेडिट दिलाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. मिथिला की जनता सब समझ रही है.
गौरतलब है कि दरभंगा एयरपोर्ट के विकास को लेकर सीएम नीतीश ने शनिवार को बैठक की थी. बैठक में उन्होंने अधिकारियों से कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट उत्तर बिहार समेत उस पूरे क्षेत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. यहां विमानों की संख्या भी बढ़ाने के साथ ही यात्री सुविधाओं का भी विकास हो. इससे यहां अधिक से अधिक यात्रियों का सुगमता से आवागमन होगा.
उन्होंने कहा कि इस एयरपोर्ट का शिलान्यास 2018 में हुआ था. इसका नाम महाकवि मैथिल कोकिल विद्यापति के नाम पर होगा, जिसे विधानसभा से भी पारित किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से एयरपोर्ट की चहारदीवारी को ऊंचा करने के लिए पहले ही कहा गया है.
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Posted By: Utpal Kant