बिहार के पूर्वी चंपारण में स्थित मोतिहारी के घोड़ासहन स्टेट बैंक के समीप मकान में भीषण आग लग गई. इस आग में सेघर के अंदर सो रहे थे एक ही परिवार के सात लोग आग से जलकर झुलस गये. इसमें तीन की मौत हो चुकी है. महादेवा के रहने वाले सुबोध पंडित के घर में आग लगी है. इस आग से जख्मी हालत में सुबोध पंडित व उनकी पत्नी ने छत से कूदकर अपनी जान बचाई है. मरने वालों में सुबोध के पुत्र, पतोहु व पुत्री शामिल है. सुबोध काठमांडू में व्यवसाय का काम करते है . शनिवार सुबह सपरिवार सभी काठमांडू जाने वाले थे. लेकिन, इससे पहले यह हादसे का शिकार हो गए.
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मकान के नीचे के तल्ला में किरायेदार ने गोदान बनाया था. इस गोदाम में प्लास्टिक की कुर्सियां रखी थी. बताया जा रहा है कि बिजली के शॉर्ट सर्किट से आग लगने की घटना हुई है. अग्निशामक दस्ता आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है. घटनास्थल पर एसडीओ डीएसपी और अन्य अधिकारी कैंप कर रहे हैं. यह घटना देर रात की है.
बताया जाता है कि दो लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है. घर से आग की लपटों को निकलता देखकर दमकल विभाग को आग की सूचना दी गई थी. गोदाम में भड़की आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया था. फायर बिग्रेड की टीम सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गई और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. इस घटना के कारण पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी है. वहीं, जख्मी लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यहां इनका इलाज जारी है.
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची ग्रामीणों और फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर किसी तरह से काबू पाया गया है. घटना के संबंध में बताया जा रहा है है कि सुबोध अपने परिवार के साथ बीती रात घर के मुख्य दरवाजे पर ताला लगाकर सोये थे. सुबह करीब छह बजे के आसपास घर में नीचे से आग लग गई, घर के नीचे रुई और प्लास्टिक का गोदाम से आग की शुरुआत हुई थी, जहां आग लगी वहीं घर का सीढ़ी था, जिसके वजह से घर से लोग बाहर नहीं निकल सके आग का धुआं देख कर आसपास के लोग वहा जमा हो कर अपने अपने घर के छत से पानी फेंक कर किसी तरह आग बुझाने का प्रयास कर रहा था. इसी बीच फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची, किसी तरह ग्रामीणों ने घर का दीवार तोड़ कर जब तक सभी को बाहर निकालते तब तक तीन दो लोगो की मौत हो चुकी थी. जबकि तीन को आनन फानन में मोतिहारी भेजा गया. जहा एक की मौत हो गई, एक सुबोध पड़ित का निजी नर्सिंग होम में जबकि उसके पत्नी का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है.
सभी घायल को जब ग्रामीण स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, तो वहां न तो डॉक्टर थे ना ऑक्सिजन इसको लेकर लोगों में काफी आक्रोश देखा गया. मरने वालों में सुबोध का बेटा रौशन कुमार , बहु कविता देवी और बेटी शालू कुमारी शामिल है. इनको घर से बाहर निकाला गया. दो लोगों का इलाज चल रहा है. सीओ ने कहा कि मृतक के परिजन को सहायता मिलेगी. घोड़ासहन सीओ ने बताया कि मृतक के परिजन को सरकारी सहायता दी जाएगी. जबकि, बीमार का इलाज कराया जाएगा.
(मोतिहारी से सच्चिदानंद सत्यार्थी की रिपोर्ट)