Bihar News: पटना से सासाराम तक फोरलेन सड़क का जल्द निर्माण कार्य शुरु होगा. इससे कई जिलों के लोगों को फायदा होगा. 3357 करोड़ से 119.5 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड सड़क का निर्माण किया जाएगा. प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के कारण पटना से सासाराम तक फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य शुरु होने वाला है. इससे कई जिलों के लोगों को लाभ होने वाला है. एनएचएआई के क्षेत्रिय अधिकारी अवधेश कुमार ने कहा है कि केंद्र सरकार के नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप से पटना- आरा- सासाराम ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क की मंजूरी मिल चुकी है. पहले चरण में 74 किमी रोड का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए निविदा की प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है. बता दें कि सोन नदी पर फोरलेन पुल का निर्माण भी किया जाएगा. भोजपुर जिले के दक्षिण हिस्से की ओर से बगैर आरा शहर जाए गुजर जाएगी.
पटना से आरा होते हुए सड़क बनने से कई जिलों के लोगों को लाभ मिलने वाला है. राजधानी सहित अरवल, भोजपुर, सासाराम और रोहतास की सड़क इससे जुड़ जाएगी. नौबतपुर, अरवल, सहार, नोखा, हसन बाजार, संझौली और पीरों के लोगों को इसका फायदा होगा. पटना से अरवल, भोजपुर, सासाराम और रोहतास होते हुए वाराणसी जाने की सुविधा होगी. एनएच- 131 जी से सड़क का निर्माण होना है. इसके बाद पटना से घोड़ाटाप के बगल से दक्षिण की ओर से सोन नदी पर पुल बनेगा. पहले चरण में 74 किमी रोड का निर्माण होगा. वहीं, दूसरे चरण में 45.5 किमी सड़क का निर्माण होगा.
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फोरलेन सड़क के निर्माण कार्य के लिए 760 करोड़ से 550 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होगा. सोन नदी पर 2.3 किलोमीटर लंबा पुल बनेगा. राज्य की बहुप्रतीक्षित एनएच परियोजना पटना- आरा- सासाराम एनएच-119 ए फोरलेन का निर्माण पीएम गति शक्ति योजना के तहत होगा. पिछले दिनों इसकी मंजूरी मिल गयी. अब इसी सप्ताह केंद्र सरकार से इस एनएच परियोजना को आर्थिक मंजूरी मिलने की संभावना है. इसके बाद निर्माण एजेंसी के चयन की प्रक्रिया टेंडर के माध्यम से शुरू हो जायेगी. इस सड़क के बनने से पटना, भोजपुर, बक्सर, अरवल, औरंगाबाद और रोहतास जिले के लोगों को आवागमन में सुविधा होगी. सूत्रों के अनुसार करीब 118 किमी लंबाई में इस एनएच का निर्माण करीब चार हजार करोड़ रुपये की लागत से इस साल के अंत या नये साल की शुरुआत में होने की संभावना है. साथ ही इसका निर्माण 2026 तक पूरा होने की संभावना है. इस एनएच को फोरलेन बनने से इसका जुड़ाव पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के जरिए वाराणसी, प्रयागराज , लखनऊ और दिल्ली से होगा और दूसरी तरफ दिल्ली से कोलकाता को नयी कनेक्टिविटी मिलेगी. फिलहाल इस सड़क का जमीन अधिग्रहण अंतिम चरण में है.
पटना-आरा-सासाराम एनएच119ए में सोन नदी पर अरवल और भोजपुर के बीच करीब तीन किलोमीटर लंबा फोर लेन ब्रिज बनाया जायेगा. यह एनएच आरा शहर के बाहर से गुजरेगी. इसके बाद भोजपुर जिले के दक्षिणी भाग से पटना जाने वाले वाहन आरा शहर से होकर गुजरे बिना ही पटना की ओर चले जायेंगे. यह एनएच पटना से भोजपुर जिला के गोनवां, पड़री, रामतारी, कायमनगर, बामपाली, असनी, गढ़नी, उदवंतनगर, तराडी, बक्सर जिले में गंगौली, सासाराम जिले के अखोरी गोला, सुआरा होते हुए सासाराम पहुंचेगा.
सूत्रों के अनुसार राज्य में सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने में जमीन अधिग्रहण की समस्या बड़ी बाधा है. इस कारण परियोजनाओं को मंजूरी मिलने से लेकर निर्माण में बाधा पहुंचती है. ऐसी हालत में निर्माण में उसकी तय समय सीमा से दोगुना से भी अधिक समय लग जाता है. साथ ही परियोजनाओं की लागत भी बढ़ जाती है.
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सितंबर 2022 तक राज्य में दो लेन की एसएच की लंबाई करीब 2588 किमी है. यह कुल एसएच की लंबाई का करीब 71.1 फीसदी है. वहीं, सिंगल लेन की एसएच की लंबाई करीब 389 किमी है. यह कुल एसएच का करीब 10.7 फीसदी है. डेढ़ लेन की एसएच 358 किमी यानी करीब 9.8 फीसदी है. इसके साथ ही मुख्य जिला सड़कों में सबसे अधिक लंबाई में डेढ़ लेन की सड़कें हैं. इनकी लंबाई करीब 7279 किमी है. यह कुल मुख्य जिला सड़कों की 46.5 फीसदी है. इसके बाद सिंगल लेन की मुख्य जिला सड़कों की लंबाई करीब 5531 किमी है. यह 35.4 फीसदी है. दो लेन की जिला सड़कों की लंबाई करीब 2507 किमी है, यह करीब 16 फीसदी है.