पटना. बिहार में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ निगरानी की कार्रवाई जारी है. गया जिले में सोमवार को निगरानी ब्यूरो की टीम ने एक रिश्वातखोर को रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. जिले के टनकुप्पा प्रखंड कार्यालय स्थिति पीएचसी में एक कर्मचारी की ओर से रिश्वत मांगने की शिकायत निगरानी ब्यूरो को मिली थी.
उसी शिकायत के बाद सोमवार को निगरानी ब्यूरो की टीम अचानक पीएचसी कार्यालय पहुंची. निगरानी ब्यूरो की टीम ने पीएचसी के हेड क्लर्क को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. निगरानी की इस कार्रवाई के बाद अन्य कर्मियों में हड़कंप मच गया. निगरानी की टीम गिरफ्तार हेड क्लर्क सुनील कुमार को अपने साथ लेकर पटना रवाना हो गयी.
बताया जा रहा है कि आरोपी हेड क्लर्क पीएचसी में काम करने वाली एक एएनएम की मौत के बाद ग्रेच्युटी की राशि दिलाने के नाम पर उसके पति से एक लाख रुपए की मांग की थी. एएनएम की मौत के बाद ग्रेच्युटी के 20 लाख रुपए उसके पति पंकज कुमार सिन्हा को मिलनी थी. पैसे पास करने के एवज में आरोपी हेड क्लर्क सुनील कुमार मृतक एएनएम के पति पर एक लाख रुपए देने का दबाव बना रहा था. पैसे नहीं देने के कारण आश्रित को ग्रेच्युटी की राशि नहीं मिल पा रहा थी. इससे तंग होकर पंकज कुमार सिन्हा ने इसकी शिकायत निगरानी ब्यूरो से की थी.
निगरानी ब्यूरो ने उसकी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए जांच की तो मामला सही पाया गया. इसके बाद निगरानी ब्यूरों ने सोमवार को अपनी टीम को गया के टनकुप्पा पीएचसी कार्यालय भेजा. जब निगरानी की टीम पहुंची पीएचसी कार्यालय पहुंची तो आरोपी हेड क्लर्क पंकज कुमार सिन्हा से एडवांस के तौर पर 55 हजार रुपए रिश्वत ले रहा था. निगरानी की टीम ने उसे रंगेहाथ धर दबोचा और उसे अपने साथ पटना ले आयी है. बताया जा रहा है कि हेड क्लर्क से पूछताछ के बाद टीम उसे निगरानी कोर्ट में पेश करेगी.