Bihar News: बिहार के भागलपुर जिले में बालू का अवैध कारोबार हो रहा है. जिले के भूतनी से लेकर बथानी घाट तक बालू माफियाओं का एकछत्र साम्राज्य होने की बात सामने आ रही है. रात के अंधेरे में अवैध तरीके से बालूओं को उठाया जाता है. इसके बाद इसकी ब्रिकी भी होती है. सफेद बालू का काला धंधा किया जा रहा है. पुलिस मुख्यालय से इसे लेकर पत्र लिखा है. जिले के विभिन्न नदी घाटों के अलावा अब खेतों को भी खखोरा जा रहा है. माफियाओं को सफेद बालू का अंश भी कहीं दिखायी दे, तो जेसीबी का पंजा गिराते और तब तक बालू निकालने में लगे रहते हैं, जब तक कि बालू खत्म न हो जाये. बालू तस्करी का गोरखधंधा किया जा रहा है. बालू माफियाओं का साम्राज्य वर्तमान में पश्चिमी क्षेत्र के भूतनी घाट से लेकर पूर्वी क्षेत्र के बथानी घाट तक और दक्षिणी क्षेत्र में सिंघना घाट से लेकर उत्तरी क्षेत्र में विशु राउत घाट तक फैला हुआ है. यहां रात के अंधेरे में बालू का उठाव होता है और सुबह विभिन्न जगहों पर ट्रैक्टर लगा कर खुलेआम बेचा जाता है.
बिहार सरकार के खान एवं भूतत्व विभाग से लेकर जिला प्रशासन के पास इस बात की जानकारी है. बालू के बेहिसाब उठाव से नदियां सूनी हो गई है. जगदीशपुर प्रखंड में नाढ़ा नदी सूख गयी. तरडीहा के पास इस नदी को लोग अपने दरवाजे की तरह इस्तेमाल करते हैं. कहीं गोइठा का ढेर मिलता है, तो कहीं कचरे का. बताया जा रहा है कि इसके सूखने की मूल वजह बालू का उठाव है. गांव के किसान कहते हैं कि सरकार ने चानन से जितना बालू निकालने का निर्देश दिया, उससे कई हजार गुना अधिक बालू नदी से निकाला जाता रहा. आखिरकार चानन इतनी गहरी हो गयी कि इसके पानी को पार करना उतना मुश्किल नहीं, जितना कि एक किनारे से उतर कर पार करते हुए दूसरे किनारे पर चढ़ना कठिन है. जगदीशपुर के मखना गांव से आगे बढ़ने पर नाढ़ा नदी में गोविंदपुर गांव के पास छिटका (एक तरह का चेक डैम) बना है. इसे बनाने का उद्देश्य था नदी के पानी को कुछ हद तक रोक कर सिंचाई के लिए उपयोग करना, मगर नदी में पानी नहीं रहने से यह छिटका बेकार हो गया. जो किसान 40-45 बीघे में धान की फसल लगाया करते थे, वह अब 20 बीघे में खेती कर रहे हैं.
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बताया जाता है कि नाढ़ा व खलखलिया नदी के बीच बसे गांव के जो किसान सात-आठ वर्ष पहले तक आठ बीघा में धान की फसल लगाते थे, वह अब दो बीघे में ही धान लगाते हैं. बोरिंग लगाने पर फेल हो जाता है. भूगर्भी जल का स्तर भी काफी नीचे चला गया है.
इसको लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय की विशेष शाखा के एसपी (बी) ने भागलपुर के डीएम व एसएसपी को पत्र भेजा है. इसके बाद खान एवं भूतत्व विभाग ने भी डीएम व एसएसपी को पत्र भेजा है. पत्र के साथ उन सभी घाटों व बिक्री स्थलों की सूची भी भेजी गयी है, जहां अवैध तरीके से बालू का उठाव व बिक्री हो रही है. साथ ही संबंधित बालू माफियाओं के नाम व पता भी उन घाटों व बिक्री स्थल के साथ भेजे गये हैं. निर्देश दिया गया है कि घाट, बिक्री स्थल व अवैध तरीके से बालू का कारोबार करनेवाले कारोबारियों का सत्यापन करते हुए कार्रवाई करें और की गयी कार्रवाई से मुख्यालय को अवगत करायें.
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पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट के अनुसार तातारपुर थाना अंतर्गत मुस्लिम हाई स्कूल के पास, मोजाहिदपुर थाना के गुड़हट्टा चौक के पास और बबरगंज थाना के अलीगंज चौक पर और बरारी थाना के हाउसिंग बोर्ड के पास सुबह 04.00 से 06.00 बजे तक ट्रैक्टर लगा कर अवैध बालू की बिक्री की जा रही है. सजौर ओपी थाना अंतर्गत भूतनी घाट व अंधरी घाट से बालू कारोबारियों द्वारा अवैध तरीके से उत्खनन किये गये बालू को अमरपुर-भागलपुर मुख्य सड़क के रास्ते कजरैली, सिमरिया, कलिया बाइपास रोड व चंपानगर लाया जाता है. यहां सुबह 03.00 से 6.00 बजे तक बालू की बिक्री की जा रही है. बांका के अमरपुर थाना क्षेत्र के अलग-अलग जगहों से रात में अवैध बालू का उत्खनन कर अमरपुर-भागलपुर मुख्य सड़क मार्ग से भागलपुर के कजरैली थाना के सलेमपुर मोड़ होकर सजौर थाना के कुलहड़िया, डीह दरियापुर, भतोड़िया ग्रमीण सड़क के रास्ते होते हुए सुबह 04.00 से 07.00 बजे तक नाथनगर थाना क्षेत्र, चंपानगर, तातारपुर थाना के मुस्लिम माइनॉरिटी स्कूल के पास ट्रैक्टर लगा कर बिक्री की जाती है.
(नोट : सारे तथ्य पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट पर आधारित हैं.)