पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के छात्रों के लिए खुशखबरी, सात अंकों से हुए फेल तो ग्रेस देकर किया जायेगा पास
Patna News: पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय (PPU) के स्नातक और पीजी नियमित व व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी है. फेल होने पर छात्रों को ग्रेस देकर पास किया जायेगा. ये फैसला पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में शनिवार को हुई नौवीं सिंडिकेट की बैठक में लिया गया जिसकी अध्यक्षता कुलपति प्रो सुरेंद्र प्रताप सिंह ने की.
Patna News: पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय (पीपीयू) के स्नातक और पीजी नियमित व व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी है. फेल होने पर छात्रों को ग्रेस देकर पास किया जायेगा. ये फैसला पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में शनिवार को हुई नौवीं सिंडिकेट की बैठक में लिया गया जिसकी अध्यक्षता कुलपति प्रो सुरेंद्र प्रताप सिंह ने की. छात्रों के परीक्षाफल में सुधार के लिए अधिकतम सात अंकों का ग्रेस दिया जायेगा. ग्रेस पर सिंडिकेट में मुहर लग गयी है. फेल होने पर छात्रों को ग्रेस देकर पास किया जायेगा.
2020 में कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण अध्यापन कार्य में बाधा पहुंची थी, जिसको ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र हित में यह निर्णय लिया, जो सभी परीक्षार्थियों पर लागू रहेगा. इस मौके पर दो एमएलसी प्रो राजेंद्र प्रसाद गुप्ता एवं पूर्व मंत्री नीरज कुमार का कुलपति ने स्वागत किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.
एकेडमिक काउंसिल में लिये गये निर्णयों को किया गया पारित
बैठक में एकेडमिक काउंसिल में लिये गये सभी निर्णयों को सर्वसम्मति से पारित किया गया. लिये गये निर्णयों जैसे शिक्षकों की प्रोन्नति के लिए विषय विशेषज्ञों की सूची को संपुष्ट करना, पैट-21 की परीक्षा ससमय आयोजित करना, बीएड 2018-20 के छात्रों की परीक्षा के संबंध में सहानुभूतिपूर्ण विचार करना आदि पर सिंडिकेट के सदस्यों ने अपनी सहमति दी.
चलाया जायेगा बी फार्मा पाठ्यक्रम
विश्वविद्यालय को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा बी फार्मा पाठ्यक्रम चलाने का अनुमोदन प्राप्त हुआ है, जिसे सिंडिकेट ने पारित कर दिया. हाल के वर्षों में कई महाविद्यालयों से यह शिकायत आ रही थी कि नैक के लिए उनके यहां शिक्षकों की कमी है. उसको ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने पुराने विज्ञापन को नियम-परिनियम से लैस करते हुए रोस्टर एवं आरक्षण के आधार पर अतिथि शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया के प्रस्ताव को जब सिंडिकेट में रखा, तो इसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया.
Posted By: Utpal Kant