बिहार सरकार ने विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह को नया मुख्य सचिव बनाया है. सामान्य प्रशासन विभाग ने रविवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी. मुख्य सचिव दीपक कुमार 28 फरवरी, 2021 को सेवानिवृत्त हो गये हैं. इसके बाद को 1985 बैच के आइएएस अधिकारी अरुण कुमार सिंह को मुख्य सचिव बनाया गया है.
अरुण कुमार सिंह मेकैनिकल इंजीनियर हैं और मूल रूप से पश्चिम चंपारण के रहने वाले हैं. सितंबर, 2019 से वह विकास आयुक्त के पद पर थे. बतौर मुख्य सचिव उनका कार्यकाल काफी छोटा होगा. वह 31 अगस्त, 2021 को सेवानिवृत्त हो जायेंगे. इस तरह वह इस पद पर सिर्फ छह महीने ही बने रहेंगे.
उनके सेवानिवृत्त होने के बाद अगर राज्य सरकार उनकी सेवा विस्तारित करती है, तभी उनका कार्यकाल बढ़ेगा. अन्यथा उनका कार्यकाल राज्य में मुख्य सचिव के पद पर सबसे कम दिनों का होगा. हालांकि, तत्कालीन मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह को तीन-तीन महीने करके दो बार यानी कुल छह महीने और अभी सेवानिवृत्त हुए मुख्य सचिव दीपक कुमार को छह-छह महीने करके दो बार यानी कुल एक साल का सेवा विस्तार दिया जा चुका है.
वहीं, तत्कालीन मुख्य सचिव दीपक कुमार को सेवानिवृत्त होने के बाद मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव बनाया गया है. उनके इस पर पदस्थापना के बाद अब मुख्यमंत्री के दो प्रधान सचिव बन गये हैं. इनमें सीएम के प्रधान सचिव का एक पद केंद्र सरकार के स्तर से स्वीकृत है, जिस पर पहले से 1992 बैच के आइएएस अधिकारी चंचल कुमार तैनात हैं, जबकि दूसरा पद राज्य सरकार के स्तर पर स्वीकृत है, जिस पर दीपक कुमार की तैनाती की गयी है. राज्य सरकार के स्तर से स्वीकृत इस पद पर सेवानिवृत्त आइएएस को प्रधान सचिव बनाने की परिपाटी 2001-02 से शुरू हुई थी. उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने सेवानिवृत्त मुख्य सचिव मुकुंद प्रसाद को सीएम का प्रधान सचिव बनाया गया था.
राज्य का नया विकास आयुक्त 1987 बैच आइएएस अधिकारी आमिर सुबहानी को बनाया गया है. वह वर्तमान में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव के पद पर तैनात थे. साथ ही उन्हें बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) के महानिदेशक और निगरानी विभाग का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. उनके पदस्थापन से संबंधित आदेश जारी कर दिया गया है.
राज्य सरकार ने जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद को गृह विभाग का प्रधान सचिव बनाया है. 1990 बैच के आइएएस अधिकारी चैतन्य प्रसाद को निबंधन, उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के प्रधान सचिव का भी अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है. साथ ही उन्हें मुख्य सचिव रैंक में प्रोन्नति भी दी गयी है. उन्हें एक मार्च, 2021 के प्रभार से इस शीर्ष वेतनमान में प्रोन्नति दी गयी है. वहीं, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार को भी मुख्य सचिव रैंक में प्रोन्नति दी गयी है. वह अपने वर्तमान पद पर बने रहेंगे, लेकिन उनके पद को उनके रैंक में उत्क्रमित कर दिया गया है.
इसके अलावा पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव रवि मनुभाई परमार को लघु जल संसाधन विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है. उनके पास कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के प्रधान सचिव का अतिरिक्त प्रभार रहेगा. साथ ही बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम के प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है. लघु जल संसाधन विभाग के सचिव संतोष कुमार मल्ल को सूचना प्रावैधिकी विभाग का सचिव बनाया गया है. उन्हें पर्यटन विभाग के सचिव और बेल्ट्रॉन के प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है.
अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के सचिव प्रेम सिंह मीणा को वित्त विभाग का सचिव और वित्त विभाग के सचिव दिवेश सेहरा को अनुसूचित जाती एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग का सचिव (अतिरिक्त प्रभार महादलित विकास मिशन के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी और बिहार राज्य अनुसूचित जाति सहकारिता विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक का) बनाया गया है. वहीं, ऊर्जा विभाग के सचिव संजीव हंस को जल संसाधन विभाग के सचिव और अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशक बैद्यनाथ यादव को योजना एवं विकास विभाग के विशेष सचिव का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. सामान्य प्रशासन विभाग ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है.
Posted By: Utpal Kant