खगड़िया जिले के चित्रगुप्तनगर थाना के समीप सोमवार की दोपहर बंद घर में आग लगने से युवक -युवती की झुलस कर दर्दनाक मौत से सनसनी फैल गयी. घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है. मृत युवती की आगामी 16 अप्रैल को शादी होने वाली थी. इधर, घटना के बाद तरह तरह के कयासों का बाजार गरम है. सूचना मिलते ही प्रशिक्षु डीएसपी सह चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष ज्योति कुमारी ने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की छानबीन की.
प्रशिक्षु डीएसपी ने बताया कि मृत युवती के पिता के फर्द बयान पर यूडी केस दर्ज कर छानबीन की जा रही है. पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद युवक-युवती के शव को परिजनों को सौंप दिया. मृत युवती की पहचान कमलपुर निवासी मंटू पोद्दार की 18 वर्षीय पुत्री लक्ष्मी कुमारी के रूप में हुई है. श्री पोद्दार चित्रगुप्तनगर थाना के समीप सरकारी जमीन पर झोपड़ी बना कर पूरे परिवार के साथ रहते थे.
जबकि गोगरी रजिस्ट्री चौक निवासी भोलाराम के 25 वर्षीय पुत्र उत्तम राउत युवती के घर के समीप अपनी बहन के घर में रहकर जीवनयापन करता था. बताया जाता है कि सोमवार की दोपहर युवक ने युवती को घर के समीप स्थित कोचिंग में बुलाया, जहां युवती के पहुंचने के कुछ देर के बाद अचानक आग लग गयी, आग लगते ही लोगों ने बुझाने का प्रयास किया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. जिसमें झुलस कर युवक-युवती की दर्दनाक मौत हो गयी. इधर, घटना के बाद चर्चा का बाजार गरम है.
बंद कमरे में आग लगी या लगायी गयी, इस सवाल का जवाब जानने के लिये पुलिस माथापच्ची कर रही है. घटना के पीछे के कारणों के सवाल पर प्रशिक्षु डीएसपी ज्योति कुमारी कहती है कि घटनास्थल पर पहुंच कर बारीकी से छानबीन की गयी है लेकिन आग लगी या लगायी गयी, इसके बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं हो सका है. मृत युवती के पिता के फर्द बयान पर यूडी केस दर्ज कर तहकीकात की जा रही है.
इधर, चर्चा है कि दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था. स्थानीय लोगों की मानें तो घटना के पीछे साजिश भी हो सकती है. बता दें कि युवक उत्तम राउत (अब मृतक) अपनी बहन के घर के समीप झोपड़ी बना कर कोचिंग चलाता था. बताया जाता है कि सोमवार की दोपहर युवक ने युवती को कोचिंग में बुलाया. जहां पहुंचने के कुछ देर बार कोचिंग से उठती आग की लपटें देख लोग दौड़े. लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. इधर, आग की लपटों में झुलस कर युवक-युवती की मौत के बार इलाके में तरह तरह की चर्चा हो रही है.
Posted By: utpal Kant