बिहार के कोइलवर की सोन नदी में नाव पलटने से कुढ़नी प्रखंड अंतर्गत दो गांव के 10 लोग डूब गये. नाव पर करीब 19 लोग सवार थे. घटना सोमवार दोपहर की है. इस घटना में कुढ़नी के कुल 10 मछुआरे सवार थे. इसमें कुढ़नी टोला के सात लोग थे. नाव के पलटने पर कुढ़नी टोला के आमोद सहनी (45) व शत्रुघ्न सहनी (30) घटना के दूसरे दिन मंगलवार को भी नहीं मिले.
इसी गांव के जिन लोगों ने तैर कर अपनी जान बचायी है, उसमें प्रमोद सहनी, नंदन सहनी, शिवनाथ सहनी, राजेश्वर सहनी, अनिल सहनी शामिल हैं. कुढ़नी टोला के लापता शत्रुघ्न सहनी का बहनोई गरीबन सहनी का भी बचना बताया गया है. गरीबन लालगंज के बलहा के रहने वाले हैं.
उधर, तुर्की ओपी के गौरैया गांव के ऋषिदेव सहनी, फेकन सहनी व मिश्रीलाल सहनी भी उसी नाव पर सवार थे. इसमें ऋषिदेव सहनी का अबतक लापता हैं. जबकि इसी गांव फेंकन सहनी व मिश्रीलाल सहनी ने तैर कर जान बचा ली. ये दोनों लौटकर अपने घर पहुंच गये हैं. यह जानकारी स्थानीय मुखिया अशोक कुमार यादव ने दी.
घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय समाजसेवी राम सिरताज सहनी, राधे सिंह, संजय दास, राम टहल सहनी, विजन सहनी, हरी सहनी आदि परिजन के साथ कोइलवर के घटनास्थल वाले जगह पर गये थे. जहां पर घंटों छानबीन के आमोद व शत्रुघ्न का कोई पता नहीं चला. बाकी बचे पांच लोगों को अपने साथ लेकर देर शाम कुढ़नी पहुंचे.
इधर, लापता आमोद व शत्रुघ्न के घरों में कोहराम मचा हुआ है. आमोद की पत्नी मुन्नी देवी अब भी पति के सकुशल लौटने के इंतजार में फुट -फुट कर विलाप करती रही. शत्रुघ्न की पत्नी नीलम देवी का भी रो-रोकर बुरा हाल है. बताया गया कि कुढ़नी के सभी 10 लोग जलकर से जुड़ा काम करते हैं.
ये सभी पांच दिन पूर्व ही गये थे. सोमवार को कुढ़नी के सभी 10 लोग नाव पर सवार होकर कोइलवर स्थित सोन नदी के रास्ते गंतव्य स्थान के लिए वापस लौट रहे थे. इसी बीच रामपुर पुल के समीप नाव अचानक नदी में पलट गयी.
Posted by: Radheshyam Kushwaha