बिहार: कोसी नदी ने लिया विकराल रूप, कटाव की चपेट में आने से प्राथमिक विद्यालय धराशायी, लोगों में दहशत

Bihar News: बिहार में नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इसी बीच कोसी नदी विकराल रूप ले रही है. इस कारण खगड़िया जिले में स्थित बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के इतमादी के गांधीनगर में स्थित प्राथमिक विद्यालय धराशायी हो गया है. दूसरी ओर स्थानीय लोग इस कारण दहशत में है.

By Sakshi Shiva | August 3, 2023 4:51 PM

Bihar News: बिहार के खगड़िया जिले में स्थित बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के इतमादी के गांधीनगर में कोसी नदी का भीषण कटाव हो रहा है. इस कटाव की चपेट में आने से प्राथमिक विद्यालय गांधीनगर धराशायी होने लगा है. इस वजह से स्थानीय लोग सहमे हुए है. बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के इतमादी पंचायत के गांधीनगर गांव के समीप हो रहे भीषण कटाव से अब तबाही मचने लगी है. उक्त स्थल पर जारी भीषण कटाव की चपेट में आने से प्राथमिक विद्यालय गांधीनगर के टूएसीआर भवन धीरे धीरे ध्वस्त होकर नदी में समाने लगा है. वहीं, विद्यालय का रसोई घर पूरी तरह से कटाव की भेंट चढ़ गया है.

नदी के कटाव से दहशत में लोग

इसके बाद ही आनन फानन में विद्यालय के एचएम ने एमडीएम के सामग्री समेत सभी आवश्यक सामान हटाकर पंसस के निजी आवास पर सुरक्षित कर लिया है. अब उक्त दो मंजिला विद्यालय के शेष बचे भवन को धीरे धीरे कोसी ने कटाव कर अपने गर्भ में समेटना शुरू कर दिया है. इससे पोषक क्षेत्र के अभिभावक समेत स्कूली बच्चे सहमे हुए हैं. वहीं, गांधीनगर गांव को पुरी तरह अपने आगोश में समेटने को आतुर कोसी कटाव के उग्र रूप देख प्रभावित टोले के लोगों की धड़कने तेज हो गयी है. जबकि, लगातार कोसी कटाव के संभावित खतरों से आगाह कराने के बावजूद भी अधिकारियों द्वारा कोई पहल नहीं किये जाने से लोगों में घोर नाराजगी पनप रही है. साथ ही लोग दहशत में है.

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210 छात्र-छात्राओं का विद्यालय में नामांकन

नदी के कटाव को लेकर ससमय निरोधात्मक कार्य शुरू नहीं किए जाने से उक्त विद्यालय कटाव का भेंट चढ़ रहा है. मालूम हो कि उक्त विद्यालय में नामांकित छात्र-छात्राओं की संख्या करीब 210 है. वहीं, अब उक्त दो मंजिला विद्यालय के सभी भवन कट कर नदी में समा जाएगा तो उक्त टोले के एक मात्र सरकारी भवन सह शैक्षणिक संस्थान का अस्तित्व मिट जायेगा.

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इसके लेकर घोर नाराजगी जताते हुए मुखिया हिटलर शर्मा एवं पंसस मुनेश शर्मा ने बताया कि लगातार संबंधित वरीय अधिकारियों को उक्त स्थल समीप हो रहे भीषण कटाव से अवगत कराया जाता रहा. लेकिन, अधिकारियों के लापरवाही का खामियाजा प्रभावित टोले के लोगों आखिरकार भुगतना ही पड़ गया. इन्होंने बताया कि अगर ससमय उक्त स्थल पर निरोधात्मक कार्य करवाया जाता तो कटाव पर अंकुश लग सकता था एवं एक मात्र शैक्षणिक संस्थान आज सुरक्षित रहता. तेज रफ्तार से बढ़ रहा कटाव गांधीनगर गांव को निगलने को आतुर है. वही कोसी कटाव के उग्र रूप से मायूस उक्त विद्यालय के एचएम गोरेलाल रविदास ने बताया कि उक्त विद्यालय से सामग्री को हटाकर पंसस के दरवाजे पर रखा जा रहा है. उक्त टोले में कोई सरकारी सार्वजनिक भवन नहीं रहने के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कोसी कटाव से विद्यालय का भवन टूट टूटकर नदी में समाता देख स्कूली बच्चे भी पढ़ाई बाधित होने से मायूस हैं.

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खगड़िया के परबत्ता प्रखंड में गंगा का लगातार विकराल रूप देखने को मिल रहा है और जलस्तर में भी धीरे-धीरे वृद्धि लगातार जारी है. आलम यह है कि प्रखंड के आधे हिस्से में जहां बाढ़ का आलम दिखने लगा है तो वही आधे हिस्से में सूखे की मार से किसान परेशान है और खेतों में लगे फसलों को बचाने के लिए लगातार सिंचाई का सहारा ले रहे हैं.


भागलपुर में गंगा के जलस्तर में वृद्धि

इधर, भागलपुर में गंगा के जलस्तर में वृद्धि से कहलगांव, बटेश्वर से तोफिल अनठावन दियारा समेत अन्य जगहों पर कटाव शुरू हो गया है. बुधवार को तेज हवा से गंगा के पानी में उफान व थपेड़े से कटाव में काफी तेजी देखी गयी. तोफिल गांव से सटे उत्तर में हो रहे तेज कटाव से गांव के लोग डरे सहमे नजर आ रहे हैं. ग्रामीणों को घर व गांव कटने के साथ विस्थापित होने का भय सता रहा है, तो अनठावन गांव से पहले हो रहे कटाव में मवि अनठावन समेत गांव पर खतरा मंडराने लगा है. तोफिल और अनठावन को दर्जनों किसानों के करीब दो से तीन एकड़ जमीन गंगा में समा गयी. वीरबन्ना पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि संजय मंडल और अनठावन गांव के सुनील कुमार ने बताया कि तोफिल गांव के उत्तर हो रहे तेज कटाव इसी तरह से जारी रहा, तो तोफिल गांव के कई घर कटाव की भेंट चढ़ जायेंगे. कृषि योग्य भूमि कटने से किसान को रोजी-रोटी की चिंता सता रही है.

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