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Bihar News: रोजगार की मांग को लेकर वाम कार्यकर्ताओं ने निकाला विधानसभा मार्च, भारी हंगामे के बाद लाठीचार्ज, कई घायल

Bihar News: नौकरी की मांग (Bihar Me Naukri) को लेकर पटना में वाम दलों (Left Parties) से जुड़े छात्रों-युवाओं के विधानसभा मार्च (Vidhan sabha March) पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इस विधानसभा मार्च में एसएससी अभ्यर्थी, टीईटी अभ्यर्थी, दरोगा बहाली अभ्यार्थी सहित काफी संख्या में छात्र नौजवान शामिल हुए थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 1, 2021 6:30 PM

Bihar News: नौकरी की मांग (Bihar Me Naukri) को लेकर पटना में वाम दलों से जुड़े छात्रों-युवाओं के विधानसभा मार्च पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इस विधानसभा मार्च में एसएससी अभ्यर्थी, टीईटी अभ्यर्थी, दरोगा बहाली अभ्यार्थी सहित काफी संख्या में छात्र नौजवान शामिल हुए थे. वहीं भाकपा माले के विधायक अजीत कुशवाहा, संदीप सौरभ, मनोज मंजिल, गोपाल रविदास भी शामिल रहे.

वहीं इस दौरान छात्रों को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया गया और वाटर कैनन भी चलाया गया. आइसा और इंकलाबी नौजवान सभा के नेतृत्व में हजारों की संख्या में छात्र नौकरियों में आवेदन शुल्क खत्म करने औऱ जल्द बहाली जैसी मांगों को लेकर विधानसभा घेराव करने जा रहे थे. जेपी गोलंबर पर मौर्या होटल के पास रास्ता रोके जाने पर मार्च कर रहे लोग उग्र हो गए और बैरिकेड तोड़ आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे.

पुलिस ने पहले कई बार आंसू गैस के गोले छोड़े फिर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. प्रदर्शनकारी छात्र इसके बाद भी आगे जाने को अड़े रहे, तब पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इस कारण करीब दो घंटे तक अफरातफरी का माहौल बन गया. गांधी मैदान से लगायत सभी सड़कों पर जाम लग गया.

मार्च में शामिल होने पहुंचे विधायकों को भी किया गया अपमानित

भाकपा माले ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में 19 लाख रोजगार के किये गये अपने वादे से पीछे भाग रही है. एनडीए सरकार के खिलाफ सोमवार को आइसा और इंकलाबी नौजवान सभा के विधानसभा मार्च पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. जिसकी निंदा पार्टी करती है. राज्य सचिव कुणाल और विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा कि बिहार की सरकार दमनकारी हो गयी है.

प्रदर्शन में शिक्षा और रोजगार का मुद्दा था, सरकार को छात्र -युवाओं का प्रतिनिधिमंडल बुलाकर उनसे वार्ता करनी चाहिए थी, लेकिन इसके उलट प्रदर्शन पर आंसू गैस के गोले दागे गये, पानी का बौछार किया गया और युवाओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया. प्रशासन ने गांधी मैदान से उनके मार्च को जेपी चौक से आगे बढ़ने तक नहीं दिया . पुलिस के हमले में कई युवाओं के सर फट गये और कई दर्जन लोग बुरी तरह घायल हैं, जिन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है.

वहीं, प्रदर्शन में शामिल होने माले विधायकों पर भी लाठीचार्ज किया गया, जो बेहद शर्मनाक है. विधायक संदीप सौरभ, अजित कुशवाहा, मनोज मंजिल, महानन्द सिंह, गोपाल रविदास और रामबली सिंह यादव मार्च के समर्थन में पहुंचे थे, लेकिन उनके साथ भी प्रशासन ने बेहद अपमानजनक आचरण किया. बाद में घायलों से पीएमसीएच में मिलने विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता पहुंचे. उन्होंने सभी घायलों का हालचाल लिया और लड़ाई जारी रखने का आह्वान किया.

Posted By: Utpal kant

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