Bihar News: मिंटो हॉस्टल होगा खाली, जैक्सन हॉस्टल में रहेंगे छात्र, रानीघाट हॉस्टल में 14 कमरे सील
Bihar News: बिहार की राजधानी पटना के मिटों जैक्सन हॉस्टलों में लड़ाई की घटना के बाद विवि प्रशासन ने निर्णय लिया है कि मिंटो हॉस्टल को पूरी तरह से खाली कराकर सील कर दिया जायेगा. इसकी सूचना कॉलेज प्रशासन को भी दे दी गयी है.
Bihar News: बिहार की राजधानी पटना के मिटों जैक्सन हॉस्टलों में लड़ाई की घटना के बाद विवि प्रशासन ने निर्णय लिया है कि मिंटो हॉस्टल को पूरी तरह से खाली कराकर सील कर दिया जायेगा. इसकी सूचना कॉलेज प्रशासन को भी दे दी गयी है. कॉलेज प्रशासन ने भी इसमें सहमति जतायी है. विवि के प्राॅक्टर प्रो रजनीश कुमार ने बताया कि चूंकि मिंटो व जैक्सन हॉस्टल में सौ-सौ छात्रों के रहने की कैपिसिटी है, लेकिन वहां काफी कम ही छात्रों ने कमरे एलॉट कराये हैं.
इसलिए अब दोनों हाॅस्टलों के छात्र एक साथ जैक्सन में ही रहेंगे. वहीं पर मिंटो के सभी छात्रों को कमरे एलॉट कर दिये जायेंगे. जब जैक्सन हॉस्टल पूरी तरह से फुल हो जायेगा तो फिर मिंटो हॉस्टल में एलॉटमेंट किया जायेगा. अगले आदेश तक यही व्यवस्था रहेगी. इसको किर्यान्वयन के लिए प्राचार्य प्रो आरएन शर्मा को कहा गया है. पीयू प्रशासन ने भी कड़ा एक्शन लेते हुए पीजी छात्रावासों में मंगलवार को अभियान चलाया. इसके तहत रानीघाट पीजी हॉस्टल में 14 कमरों में अवैध रूप से रह रहे छात्रों को बाहर कर उन्हें सील कर दिया गया.
पटना विश्वविद्यालय के पटना कॉलेज स्थित तीनों छात्रावासों जैक्सन, मिंटो व इकबाल में काफी कम अलॉटमेंट है, फिर भी उनमें अधिक छात्र बिना किसी इजाजत के रहते हैं. जिन कमरों का अलॉटमेंट है, उनकी फीस भी छात्र ठीक से नहीं देते. अवैध रहने वाले छात्र हाॅस्टलों के उन कमरों का ताला तोड़ देते हैं, जिनमें अलॉटमेंट नहीं है. विवि प्रशासन, कॉलेज प्रशासन व कैंपस में ही स्थित पुलिस चौकी की तरफ से कोई विशेष कार्रवाई नहीं हो पाती. मामला तब खुलता है, जब मारपीट की घटना होती है.
पुलिस प्रशासन व कॉलेज प्रशासन ने घटना के बाद जब इन हॉस्टलों का निरीक्षण किया, तो पाया कि पटना कॉलेज के मिंटो हॉस्टल में 12, जैक्सन में 17 और इकबाल में 8 छात्र ही अलॉटमेंट के साथ रह रहे हैं. कुछ का अलॉटमेंट है, लेकिन वे नहीं रह रहे हैं. बाकी सारे कमरों में अवैध रूप से छात्र रह रहे थे. हर हॉस्टल में 100 छात्रों के रहने की क्षमता है. जिन कमरों का अलॉटमेंट नहीं है, उन सभी के ताले टूटे हुए हैं और उनमें कुछ में असामाजिक तत्व रहते हैं.
ये लोग बम, हथियार आदि यहां रखते हैं. पुलिस भी कुछ इसलिए नहीं कर पाती कि यहां के टीओपी (चौकी) में सिर्फ चार ही पुलिसकर्मी हैं. पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाने की मांग कई बार कॉलेज प्रशासन कर चुका है. छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और रैगिंग भी चलती है. कुछ कहने पर उक्त छात्र की पिटाई कर दी जाती है.
छह नामजद व 10 अज्ञात पर एफआइआर
पटना कॉलेज परिसर में जैक्शन व मिंटो छात्रावास के बीच हुये भिड़ंत और बमबाजी मामले में छह छात्रों को नामजद व आठ-दस अज्ञात के खिलाफ पीरबहोर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. यह मामला जैक्शन छात्रावास के छात्र रविभूषण कुमार के बयान के आधार पर दर्ज किया गया है. इसमें उसने मिंटो के छात्रों को आरोपित बनाया है.
पीरबहोर थानाध्यक्ष ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है और सभी की पहचान करने के बाद गिरफ्तारी की जायेगी. इधर, पुलिस ने आरोपितों की जानकारी के लिए पटना विवि प्रशासन से डिटेल मांगी है. अगर ये लोग सरेंडर नहीं करते हैं, तो फिर उनकी संपत्ति की कुर्की-जब्ती की जायेगी.
Posted by: Radheshyam Kushwaha