बिहार के दो लाख से ज्यादा शिक्षकों को सैलरी का इंतजार, 76 हजार से अधिक शिक्षकों का वेतन जारी
कोरोना संकट काल के इस दौर में 66 हजार से अधिक प्राथमिक-मध्य नियोजित शिक्षकों एवं बिहार के सभी परंपरागत विश्वविद्यालयों के 10 हजार से अधिक शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतन एवं पेंशन आदि भुगतान के लिए राशि जारी की है.
कोरोना संकट काल के इस दौर में 66 हजार से अधिक प्राथमिक-मध्य नियोजित शिक्षकों एवं प्रदेश के सभी परंपरागत विश्वविद्यालयों के 10 हजार से अधिक शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतन एवं पेंशन आदि भुगतान के लिए राशि जारी की है.शिक्षा विभाग ने इस संदर्भ में औपचारिक आदेश गुरुवार को ही जारी किये हैं.
विभागीय जानकारों के मुताबिक सरकार ने ईद से पहले शिक्षकों के लिए राशि जारी करके सकारात्मक कदम उठाया है. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में प्रदेश के 66104 प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के शिक्षकों के प्रथम चार माह अप्रैल, मई, जून और जुलाई तक के वेतन के लिए आठ अरब 62 करोड़ से अधिक की राशि जारी कर दी है. इस राशि का उपयोग तत्काल प्रभाव से किया जा सकेगा.
वेतन मद में 26.13 अरब रुपये मंजूर किये
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक इस राशि में से प्रारंभिक शिक्षक, प्रखंड शिक्षक, पंचायत शिक्षकों के लिए वेतन जारी किया जायेगा. पूरे वित्तीय वर्ष के लिए वेतनादि मद में राज्य सरकार ने 26.13 अरब रुपये मंजूर किये हैं. उल्लेखनीय है कि कुल 3.23 लाख नियोजित शिक्षकों में से केवल 66104 शिक्षकों को इस मद से वेतन की राशि राज्य सरकार की तरफ से जारी की गयी है. शेष नियोजित शिक्षकों का भुगतान समग्र शिक्षा अभियान के मद से किया जाना है.
इसके लिए राशि का प्रावधान पहले ही बजट में किया जा चुका है. राशि जिलवार जारी की गयी है. जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दो टूक आदेश दिये गये हैं कि जारी की गयी राशि में से केवल नियोजित शिक्षकों का भुगतान किया जाये. जानकारों के मुताबिक यह राशि नगर निगम, प्रखंड और पंचायत वार वितिरत की जानी है. सभी के लिए अलग-अलग राशि जारी पैसे में से ही विभाजित की गयी है.
विश्वविद्यालयों के लिए 821 करोड़ जारी
शिक्षा विभाग ने परंपरागत विश्वविद्यालयों के अवकाश प्राप्त शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मियों की पेंशन और वर्तमान शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों के वेतन के लिए 821 करोड़ से अधिक की राशि जारी की है. इसी मद में पूर्णिया विश्वविद्यालय के अतिथि शिक्षकों के वेनतादि के लिए भी राशि समाहित की गयी है.
आधिकारिक तौर पर जारी पत्र के मुताबिक इस राशि में से परंपरागत विश्वविद्यालयों, अंगीभूत कॉलेजों, अल्पसंख्यक/घाटानुदानित महाविद्यालयों में सृजित पदों के वेतनादि के लिए भी इसी बजट में से राशि जारी की जायेगी.
Posted By: Utpal Kant