Bihar News: आज और कल बिहार-झारखंड में नक्सली बंदी का एलान, एनएच से बॉर्डर तक हाइ अलर्ट
Bihar News: गया-औरंगाबाद के सीमावर्ती इलाके डुमरिया थाना क्षेत्र के मोनवार गांव में मुठभेड़ के दौरान मारे गये चार खूंखार नक्सलियों का बदला लेने के लिए भाकपा माओवादी संगठन की गतिविधियां अब बढ़ती हुई दिख रही हैं. इस घटना के विरोध में 24 और 25 मार्च को दक्षिण बिहार और पश्चिमी झारखंड बंद करने का एलान किया है.
Bihar News: गया-औरंगाबाद के सीमावर्ती इलाके डुमरिया थाना क्षेत्र के मोनवार गांव में मुठभेड़ के दौरान मारे गये चार खूंखार नक्सलियों का बदला लेने के लिए भाकपा माओवादी संगठन की गतिविधियां अब बढ़ती हुई दिख रही हैं. इस घटना के विरोध में 24 और 25 मार्च को दक्षिण बिहार और पश्चिमी झारखंड बंद करने का एलान किया है.
इधर, नक्सलियों की 48 घंटे की बंदी को लेकर औरंगाबाद में एनएच से लेकर बाॅर्डर तक हाइअलर्ट घोषित किया गया है. नक्सलियों की किसी भी कारगुजारियों व गतिविधियों को ध्वस्त करने के लिए कोबरा, सीआरपीएफ, एसएसबी, एसटीएफ व जिला पुलिस के जवानों को लगाया गया है. खासकर बिहार-झारखंड के सीमावर्ती इलाके में औरंगाबाद के अलावे पलामू पुलिस की पूरी तरह निगाह होगी.
मंगलवार की अहले सुबह से ही नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस की मौजूदगी से पता चला कि नक्सलियों की हर कार्रवाई का जवाब देने के लिए वे तैयार हैं. मदनपुर और देव प्रखंड के दक्षिणी इलाके में नक्सलियों की धर-पकड़ के लिए चलाये जा रहे सर्च अभियान को और तेज कर दिया गया है. पुलिस सूत्रों से पता चला कि मुठभेड़ के बाद खार खाये नक्सली कभी भी पुलिस पार्टी पर हमला कर सकते हैं या ग्रामीण इलाकों में तबाही मचा सकते हैं.
ऐसे में नक्सल प्रभावित गांवों में पुलिस की टीम ने पहुंच कर तलाशी ली और एक-एक व्यक्तियों से हाल जाना.खासकर गया व औरंगाबाद के सीमावर्ती इलाके में पुलिस की पैनी निगाह है. दोनों जिले की पुलिस आपसी समन्वय स्थापित कर नक्सलियों के मंसूबे ध्वस्त करने के लिए कार्रवाई में लगी है. इधर, औरंगाबाद एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि नक्सली बंदी को देखते हुए प्रभावित इलाकों में हाइ अलर्ट किया गया है. एनएच से लेकर एसएच और बिहार-झारखंड के बाॅर्डर इलाके पर पूरी निगाह रखी जा रही है.
मदनपुर, देव, रफीगंज, नवीनगर, टंडवा, ढिबरा, कासमा, सलैया समेत तमाम थानों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि किसी भी हाल में लापरवाही न बरतें और गश्ती के माध्यम से एक-एक चीजों पर ध्यान रखें. मदनपुर और देव प्रखंड के जंगली व पहड़तली इलाके में एंबुलेंस लगाकर नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. खासकर ग्रामीण सड़कों और पुल-पुलियों पर भी पुलिस की तैनाती की गयी है.
एसपी ने नक्सल प्रभावित गांव के ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा है कि वे नक्सल समस्या का अंत करने में पुलिस का सहयोग करें, जो भी लोग समाज से भटक गये हैं. वे समाज के मुख्यधारा से जुड़ कर राज्य व देश की तरक्की में भूमिका निभाएं. आज और कल बिहार-झारखंड में नक्सली बंदी का एलान तथा Breaking News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
इधर, भाकपा माओवादी बिहार -झारखंड रीजनल कमेटी के प्रवक्ता मानस ने बताया है कि फर्जी मुठभेड़ के नाम पर संगठन के चार साथियों को जहरखुरानी का शिकार बनाकर हत्या की गयी. घटना के विरोध में 48 घंटे का बंद बुलाया गया है.बंद के दौरान मेडिकल, हॉस्पिटल,एंबुलेंस, दूध, बराती वाहन व प्रेस को मुक्त रखा गया है.
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Posted By: Utpal Kant