Bihar News: बिहार कैबिनेट की स्वीकृति के बाद नया कौशल एवं उद्यमिता विभाग के गठन का कार्य प्रक्रियाधीन है. नये विभाग के ऊपर गैर सरकारी पदों के आकलन की जिम्मेदारी दी गयी है. राज्य में गठित होनेवाला नया विभाग के बाद सरकार में कुल 45 विभाग शामिल हो जायेंगे. बिहार में रोजगार देने के लिए बनेगा नया डिपार्टमेंट से जुड़ी हर News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
बताया जा रहा है कि कौशल एवं उद्यमिता विभाग का गठन कई विभागों के कुछ-कुछ कार्यों को लेकर किया जायेगा. इस विभाग में श्रम संसाधन विभाग के तहत नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के तकनीकी शिक्षा एवं प्रशिक्षण का कुछ अंश के साथ अन्य विभागों के कुछ पार्ट को शामिल किया जायेगा.
बिहार विकास मिशन की आठवीं कार्यकारिणी समिति बैठक में सोमवार को कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये. मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सात निश्चय पार्ट 2 के तहत जो भी सरकार द्वारा निर्णय लिया गये हैं उन सभी विभागों को निर्देश दिया गया कि फैसलों को सक्षम प्राधिकार के पास ले जाकर स्वीकृति ले ले. इसके बाद उन पर जल्द कार्य आरंभ किया जा सके. इसके अलावा सात निश्चय पार्ट टू के तहत 20 लाख सरकारी और गैर सरकारी पदों पर नियुक्ति की जानी है. इसमें गैर सरकारी पदों की नियुक्ति का आकलन राज्य में नवसृजित होनेवाले विभाग को जिम्मेवारी सौंपी जायेगी.
मिशन के बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि बिहार विकास मिशन के तहत जो तीन वर्षों के लिए नियुक्तियां की गयी है. उनकी नियुक्ति की अवधि अब पांच वर्ष पूरी होनेवाली है. बैठक में निर्णय लिया गया कि बिहार विकास मिशन के तहत नियुक्त कर्मियों की सेवा दो साल बढ़ा दी गयी है. मिशन के कर्मियों की सेवा अब बढ़ कर सात वर्ष हो जायेगी. मिशन में 1400 लोगों की नियुक्ति की गयी है जो मुख्यालय से लेकर जिला स्तर तक कार्यरत हैं.
बैठक में पिछले एक वर्ष के किये गये कार्यों का सभी विभागों द्वारा खाका रखा गया है. साथ ही कुछ विभागों में तकनीकी व विशेषज्ञता वाले पद जिसमें परिवहन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, वन एवं पर्यावरण विभाग व कमर्शियल टैक्स विभाग के पदों की स्वीकृति दी गयी. इसके अलावा फेज पांच और फेज छह के तहत की गयी नियुक्तियों को मिशन के समक्ष रखा गया. फेज छह में कुल 46 पदों पर नियुक्ति की सहमति दी गयी जो अभी प्रक्रियाधीन है.
Posted By: utpal kant