Bihar News: 14 जनवरी के बाद पटना में इस वजह से बदलेगा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आवास!
Bihar News कोरोना की तीसरी लहर के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना स्थित अपने मौजूदा आवास को जल्द खाली कर सकते है. जानकारी के मुताबिक, नीतीश कुमार 14 जनवरी के बाद कभी भी पटना के 1 अणे मार्ग स्थित सीएम आवास छोड़कर 7 नंबर के आवास में शिफ्ट कर जाएंगे.
Bihar News कोरोना की तीसरी लहर के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना स्थित अपने मौजूदा आवास को जल्द खाली कर सकते है. सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, नीतीश कुमार (Nitish Kumar) खरमास यानि 14 जनवरी के बाद कभी भी राजधानी पटना के 1 अणे मार्ग स्थित सीएम आवास छोड़कर 7 नंबर के आवास में शिफ्ट कर जाएंगे.
बताया जा रहा है कि इसको लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली गई है. मिल रही जानकारी के मुताबिक, सीएम के मौजूदा निवास 1 अणे मार्ग में कुछ सुधार कार्य किया जाना है, जिसके बाद अब उन्हें 7 सर्कुलर रोड आवास में शिफ्ट किया जा सकता है. हालांकि, मुख्यमंत्री की शिफ्टिंग को लेकर अधिकारिक तौर पुष्टि नहीं की गई है. लेकिन, चर्चा तेज है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पुराने बंगले में फिर से शिफ्ट हो सकते हैं.
खबर है कि पूर्व मुख्य सचिव दीपक कुमार के द्वारा पटना के 7 सर्कुलर रोड बंगला को खाली किए जाने के बाद में एक बार फिर उसमे मेंटेनेंस का काम किया जा रहा है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से सात सर्कुलर रोड बंगले में रहने आ सकते हैं. बंगले की सुरक्षा के लिए सीएम सुरक्षा के जवान की तैनाती भी बात सामने आ रही है. इन सबके बीच, आधिकारिक रूप से अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की गई है कि सीएम नीतीश कुमार इस बंगले में फिर से रहने आएंगे.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भवन के रंग-रोगन से लेकर इंटेरियर का काम तेजी से चल रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, लगातार काम पर निगरानी रख रहे भवन निर्माण विभाग के एक कार्यपालक अभियंता का कहना है कि विभाग के द्वारा इस भवन की मरम्मती का काम 14 जनवरी तक पूरा करने का निर्देश दिया गया है. इस बंगले में कौन रहेंगे इसकी जानकारी नहीं दी गई है.
बताया जाता है कि सात नंबर सीएम का फेवरेट नंबर है. पूर्व सीएम के नाते यह घर उन्हें आवंटित हुआ था. हालांकि, अभी यह मुख्य सचिव के नाम से आवंटित है. गौर हो कि सीएम नीतीश साल 2015 में इसी आवास में थे. यहीं से आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और कांग्रेस के साथ महागठबंधन बनाया था. बाद में प्रशांत किशोर यहीं से पार्टी का काम करने लगे थे.