मुजफ्फरपुर. 74 दिनों बाद मेयर सुरेश कुमार की पद पर वापसी से शहर की राजनीतिक सियासत गरमा गई है. करीब सवा दो महीने से ठंडा पड़े नगर निगम की राजनीति में अचानक उबाल आ गया है. मेयर की आड़ में निगम की राजनीति करने वाले किंगमेकर अपनी राजनीतिक रोटी सेकने में जुट गये हैं. पक्ष-विपक्ष के पार्षदों को ढाई माह बाद फिर से गोलबंद करने का खेल बड़े स्तर पर शुरू हो गया है. दो खेमा में बंटे राजनीतिज्ञों का एक गुट मेयर के पक्ष में खुलकर उतर गया है, तो दूसरा गुट मेयर के विरोध में पार्षदों को लामबंद करना शुरू किये हुए हैं. हालांकि, जिन पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाकर पूर्ण बहुमत से भी ज्यादा वोट से मेयर को पदमुक्त किया था.
उन पार्षदों ने फिर से मेयर को हटाने की राजनीतिक जाल बिछाना शुरू कर दिये हैं. साढ़े चार साल के कार्यकाल में तीसरी बार अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए पूर्व की तरह इस बार भी मेयर के कभी खास करीबी रहे वार्ड नंबर तीन के पार्षद राकेश कुमार पिंटू व 23 के पार्षद राकेश कुमार सिन्हा पप्पू नेतृत्व करना शुरू कर दिये हैं. शनिवार की शाम तक 25 से ज्यादा पार्षदों ने मेयर के खिलाफ तैयार अविश्वास प्रस्ताव के पत्र पर हस्ताक्षर कर दिया है. जबकि, अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए 17 पार्षद का ही हस्ताक्षर आवश्यक है. फिर भी नेतृत्वकर्ता अधिक से अधिक पार्षदों को हस्ताक्षर कराने में जुटे हुए हैं. पप्पू ने कहा कि सोमवार को हर हाल में अविश्वास प्रस्ताव पेश कर देंगे, जिस पर 30 से ज्यादा पार्षदों का हस्ताक्ष रहेगा.
पूर्व मंत्री से आशीर्वाद लेने पहुंचे मेयर, सांसद ने घर पहुंच दी बधाई
तीसरी बार पदमुक्त होने के बाद भी कुर्सी मिलने से गदगद मेयर सुरेश कुमार शनिवार को पूर्व नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा के घर पहुंचे. पूर्व मंत्री को जन्मदिन की बधाई देते हुए मेयर ने उनसे आशीर्वाद लिया. दूसरी तरफ, सांसद अजय निषाद मेयर के घर पहुंच उन्हें तीसरी बार मेयर बनने की बधाई दी. इसके अलावा कई पार्षद व विभिन्न राजनीतिक संगठन के लोग भी मेयर के घर पहुंचे उन्हें बधाई दी.
मेयर का लगा नेमप्लेट, निजी सहायक तैनात
मेयर के पद मुक्त होने के 75वें दिन नगर निगम स्थित महापौर कक्ष को ताला खोला गया. कक्ष को खोलने से पहले दोनों गेट पर मेयर सुरेश कुमार का नेम प्लेट लगाया गया. हालांकि, मेयर नगर निगम ऑफिस नहीं पहुंचे. दूसरी तरफ, टैक्स शाखा में ट्रांसफर किये गये मेयर के निजी सहायक शंभू ठाकुर की फिर से मेयर कक्ष में तैनाती कर दी गयी है. नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने इसका लेटर जारी कर दिया है. साथ ही, नगर विकास एवं आवास विभाग की तरफ से मेयर की वापसी को लेकर जो पत्र भेजा गया है. उस पत्र की सूचना सभी पार्षदों के साथ मेयर व उप मेयर को भी नगर आयुक्त ने दे दी है.
इसलिए तीसरी बार पेश होगा अविश्वास प्रस्ताव
24 जुलाई को मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की जो विशेष मीटिंग हुई थी, उसमें त्रुटि रह गयी थी. पांच पार्षदों को 72 घंटे के अंदर सूचित किया गया था. जबकि, नगर पालिका एक्ट में 72 घंटे से पहले सूचित करने का प्रावधान है. मेयर पद रिक्त होने के बाद दोबारा चुनाव कराने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग को प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे निर्वाचन आयोग ने खारिज कर दिया. नगर विकास विभाग ने हाईकोर्ट के एक आदेश का हवाला देते हुए अविश्वास प्रस्ताव को अवैध करार देकर फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाने का पत्र जारी किया है.
Posted by: Radheshyam Kushwaha