Bihar News: बिहार की राजधानी पटना को जिला प्रशासन और नगर नियम ने जाम मुक्त बनाने के लिए निरंतरता से चल रहे प्रयास में एक और बड़ा कदम उठाया है. शहर को जाम मुक्त करने के प्रयास के अंतर्गत ई-रिक्शा और ऑटो पर हाल के दिनों में इनका रूट निर्धारण किया गया है. लेकिन, अब प्रशासन की ओर से पटना जंक्शन से लेकर जीपीओ गोलंबर के बीच लगे हुए अतिक्रमण को हटाने पर जोर दे रही है. प्रशासन ने जीपीओ गोलंबर से लेकर महावीर मंदिर के बीच फुटपाथ के किनारे सामान बेचने पर पाबंदी लगा दी है.
आपको बता दें कि प्रशासन की ओर से जीपीओ गोलंबर से महावीर मंदिर के बीच सड़क किनारे सामान बेचने वालों के दुकानों पर बुलडोजर चलाया गया है. लेकिन, प्रशासन के इस फैसले पर दुकानदारों ने आक्रोश जताया है. इन दुकानदारों का कहना है कि हम सब यहां तकरीबन 35 वर्षों से दुकान लगा रहे है. वहीं, कुछ का कहना है कि हम 60 सालों से दुकान लगा रहे हैं. इनके अनुसार इन्हीं के सहारे हमलोग अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं. अगर हम दुकान नहीं लगाएं तो हमारे बच्चे भूखे मर जाएंगे.
Also Read: बिहार में बुजुर्ग को सांप ने काटा तो डिब्बे में लेकर पहुंच गये अस्पताल, जानें फिर क्या हुआ..
जानकारी के मुताबिक, राजधानी पटना के इस इलाके में लगभग 385 फुटपाथ विक्रेता है. इन अतिक्रमण वाले दुकानदारों की वजह से यह मार्ग अक्सर पूरी तरह भरा रहता है. यहां लोगों को जाम की समस्या से गुजरना पड़ता है. इस कारण यहां के लोगों यात्रियों, राहगीरों और महावीर मंदिर के श्रद्धालुओं के आवागमन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए यह कड़ा रुख अपनाया है.