बिहार: डेंगू के डंक से लोग परेशान, अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या, जानिए किन इलाकों में मिले संक्रमित..

Bihar News: बिहार में डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी है. पटना जिले में डेंगू के आठ नये संक्रमित मिले है. बारिश के बाद मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दिखाई दे रही है. खासकर बीते एक सप्ताह से बीमारी की रफ्तार बढ़ी है.

By Sakshi Shiva | August 23, 2023 9:48 AM
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Bihar News: बिहार में डेंगू के मरीजों में लगातार इजाफा हो रहा है. पटना जिले में डेंगू के आठ नये मरीज मिले है और अब तक 55 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. केंद्रीय टीम के निरीक्षण के बाद टीम को सक्रिय किया गया है. मालूम हो कि बारिश शुरू होते ही पटना जिले में डेंगू मरीजों की संख्या में फिर से इजाफा होने लगा है. खासकर बीते एक सप्ताह से डेंगू की रफ्तार बढ़ गई है. मंगलवार को जिले में डेंगू के आठ नये मरीज मिले हैं. इनमें से पांच मरीज कोटा और कोलकाता से बिहार आए है. बाजार समिति इस बार डेंगू का हाट स्पाट बन गया है. PMCH, IGIMS और NMCH में मरीजों के लिए कुल 45 बेड आरक्षित है. इस बार दो निजी अस्पतालों में 17 मरीजों ने इलाज कराया है.

इन इलाकों में मिले संक्रमित..

नए संक्रमित में दो मरीज पीएमसीएच के हैं. इसके साथ ही इस सीजन में मिले डेंगू मरीजों की संख्या 55 तक पहुंच गयी है. 24 घंटे में जो नये मरीज मिले हैं, उनमें फुलवारीशरीफ के 16 साल के किशोर के अलावा बांकीपुर, पाटलिपुत्रा, दानापुर, फतुहा के रहने वाले हैं. वर्तमान में डेंगू के तीन मरीज भर्ती हैं. इनमें एक एनएमसीएच और दो पाटलिपुत्र व कंकड़बाग के निजी अस्पतालों में भर्ती हैं. इसके अलावा पीएमसीएच अस्पताल में डेंगू जैसे लक्षणों के 17 मरीज डाग्यनोस हुए हैं. इन मरीजों को वायरल और डायरिया व किडनी रोग से ग्रसित पाया गया है, जिसके बाद इनके सैंपल पीएमसीएच के माइक्रोबायोलाॅजी विभाग जांच के लिए भेजा गया.

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कंकड़बाग व मलाही पकड़ी में मिला डेंगू का लार्वा

ढाई महीने में 27 जगह डेंगू का लार्वा मिला है. राजधानी में ढाई माह में 27 जगहों से डेंगू का लार्वा मिला है, जिसे स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की संयुक्त टीम ने नष्ट कर दिया है और इसकी रिपोर्ट प्रशासन को अगली कार्रवाई के लिए भेज दी है. 36,419 घर व खाली प्लॉटों की जांच की गई है. इसमें कूलर और टैंक भी खंगाले गए है. जारी आंकड़ों के मुताबिक डेंगू की रोकथाम के लिए जून माह से ही विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी थीं. इस दौरान अब तक 36 हजार 419 घरों, प्लॉटों व अन्य स्थानों की जांच में 12 हजार 96 पेयजल टैंकों, बर्तनों व अन्य की जांच की जा चुकी है. इनमें 27 जगह डेंगू का एक्टिव लार्वा मिला था, जबकि 6487 कूलरों को खंगालने के दौरान छह कूलरों में लार्वा पाया जा चुका है. कुल मिलाकर जून से लेकर अब तक 10 जगह लार्वा सक्रिय मिला. सबसे ज्यादा लार्वा कंकड़बाग, मलाही पकड़ी, ट्रांसपोर्ट नगर, बुद्धा कॉलोनी, दानापुर, महेंद्रू आदि कॉलोनी व कुछ अन्य जगहों पर मिले हैं.

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राजेंद्र नगर व दानापुर सहित कई इलाके संवेदनशील

सिविल सर्जन डॉ श्रवण कुमार ने इस मामले में जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि पटना के शहर के कंकड़बाग, राजेंद्र नगर, ट्रांसपोर्ट नगर, बुद्धा कॉलोनी, दानापुर, महेंद्रू, राजीव नगर, गर्दनीबाग, मीठापुर सहित कई गांवों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है. पिछले वर्ष जहां केस ज्यादा मिले थे, वहां पर भी हमारी टीम की पूरी नजर है. डेंगू मच्छर को पनपने से रोकने के लिए जून माह से ही एंटी लार्वा एक्टिविटीज शुरू की गयी है. आम लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है.


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IGIMS में मरीजों को लंबी लाइन से मिलेगी मुक्ति

वहीं, शहर के आइजीआइएमएस अस्पताल में अब मरीजों को लंबी लाइन से मुक्ति मिलेगी. साथ ही डॉक्टर मरीज की सभी तरह की जांच रिपोर्ट मोबाइल व अपने कंप्यूटर सिस्टम पर भी देख सकेंगे. इसके लिए यहां जल्द ही यहां इ-सुश्रुत सुविधा शुरू होगी. इसके सी-डेक नोएडा व संस्थान प्रशासन की ओर से मंगलवार को एक बैठक का आयोजन किया गया. जिसका नेतृत्व संस्थान के निदेशक डॉ बिंदे कुमार ने किया. इस दौरान डॉ बिंदे व सी-डेक नोएडा से आये इडी विवेक खनेजा के बीच एचओयू पर हस्ताक्षर हुआ. वहीं संस्थान के डिप्टी डायरेक्टर डॉ मनीष मंडल ने कहा कि इ-सुश्रुत की मदद से अस्पताल के डॉटा ऑपरेटर, बीसीपीएम, बीपीएम, फार्मासिस्ट व एलटी को प्रशिक्षण दिया जायेगा. इस सुविधा से संस्थान के सभी साफ्टवेयर नयी तकनीक के हो जायेंगे. यह सुविधा शुरू होने के बाद मरीज का पर्चा, जांच रिपोर्ट व चिकित्सक का परामर्श सब कुछ ऑनलाइन हो जायेगा.

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