बांका: राज्य सरकार के द्वारा आगामी 5 सितंबर को डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर आयोजित होने वाले शिक्षक दिवस के अवसर पर भागलपुर प्रमंडल का एक मात्र शिक्षिका राजकीय शिक्षक सम्मान 2022 के लिए चयनित हुई है. चयनित शिक्षिका सुरभि रानी बांका जिला के उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुल्हड़िया, अमरपुर में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत है. इन्हें राजकीय शिक्षक सम्मान 2022 के तहत पटना के कृष्ण मेमोरियल हॉल में प्रशस्ती पत्र, मोमेंटे व अंगवस्त्र के साथ-साथ 15 हजार राशि का चेक प्रदान किया जायेगा.
शिक्षिका ने बताया कि कोविड काल के दौरान जागरुकता अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी. इसके अलावा विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को प्रतियोगिता परीक्षा के लिए प्रेरित किया जाता है. बच्चों के टाइलेंट को राज्यस्तर पर सहभागिता के लिए निखारा जाता है. पढ़ाई के साथ-साथ अनुशासन व समाजिक सरोकार के कार्यो में रुची के लिए भी छात्रों को जागरुक किया जाता है. विद्यालय के कई छात्र राज्यस्तर से लेकर जिलास्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर रहे है. जिसके अंतर्गत राज्यस्तर पर क्विज प्रतियोगिता व जिलास्तर पर विज्ञान मेला में स्कूल के छात्र-छात्राओं ने बेहतर प्रदर्शन किया है.
बता दें कि शिक्षिका सुरभि रानी ने तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय अंतर्गत एसएम कॉलेज से समाजिक विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है. जिसके बाद इग्नू से हिन्दी विषय में स्नातक की डिग्री हासिल की है. इनकी नियुक्ति शिक्षा विभाग में 2013 में शिक्षक के तौर पर हुई थी. 2015 में इन्होंने उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुल्हड़िया में प्रधानाध्यापक पद पर योगदान दिया है. वर्तमान में यह भागलपुर के मिर्जानहाट स्थित छटपटी चौक के समीप रहती है. शिक्षिका मूल रुप से बांका जिला अंतर्गत अमरपुर प्रखंड क्षेत्र के कोजबुजूर्ग पंचायत के कासपुर गांव की रहने वाली है. इनके पिता डा. सुरेंद्र प्रसाद सेवा भागलपुर नामक एक संस्था में कार्यरत है. जबकि माता शोभा रानी मिर्जानहाट के एक प्राइवेट आवासीय ज्ञान निकेतन में शिक्षिका पद से सेवानिवृत है.
मालूम हो कि इसी विद्यालय के प्रधानाचार्य पप्पू हरिजन को 2018 में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित किया गया था. फिलवक्त ये बिहार शिक्षा सेवा में व्याख्यता पद पर कार्यरत है. पूर्व प्रधानाचार्य के प्रेरणा से ही सुरभि रानी ने शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर करने की ठानी थी. आज इस विद्यालय के पठन-पाठन की चर्चा शिक्षा क्षेत्र में होती है. उधर प्रधानाचार्य की इस सफलता पर डीएम अंशुल कुमार, डीईओ पवन कुमार, विभिन्न शिक्षक संघ के नेताओं ने उन्हें बधाई दी है.