Bettiah: पुलिस हिरासत में मौत के बाद बवाल, ग्रामीणों ने थाना फूंका, एसआई का सर कुचला, 10 पुलिसकर्मी जख्मी
बेतिया में पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत के बाद गुस्साई भीड़ ने थाने पर हमला कर दिया. थाने में तैनात पुलिसकर्मी की जमकर पिटाई कर दी. जिसमें एक की मौत हो गई और 10 लोग जख्मी हो गए. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस खेतों में भागकर अपनी जान बचाई
बेतिया. बिहार के पश्चिम चंपारण जिला मुख्यालय बेतिया के बलथर थाना के आर्यानगर गांव में डीजे के साथ गिरफ्तार युवक की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद गुस्साई भीड़ ने थाना और पुलिस गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. पुलिस कर्मियों को भी दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. उपद्रव में एक पुलिसकर्मी राम जतन सिंह की भी मौत हुई है. भीड़ ने उसके सिर को कुचल दिया है. इस हमले में 10 से अधिक पुलिस जवान जख्मी हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि भीड़ इतनी आक्रोशित थी कि पुलिस कर्मियों को अपनी जान बचाने के लिए थाना छोड़कर खेतों में दौड़ लगा दी थी. चार घंटे बाद पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग की. छह घंटे बाद भीड़ काबू हो सकी.
बेतियाः बलथर थाना पर हमला, खेतों में भागकर पुलिस ने बचाई जान pic.twitter.com/iujVSLvYRo
— Rajesh Kumar Ojha (@RajeshK_Ojha) March 20, 2022
क्या है मामला
शनिवार की दोपहर पुलिस ने एक व्यक्ति अनिरुद्ध यादव को गश्ती के दौरान डीजे बजाने के आरोप में थाने ले आई थी. हिरासत में लेने से पहले पुलिस ने उसकी जमकर पिटाई की. आरोप है कि पुलिस पुलिस की पिटाई से अनिरुद्ध की मौत हो गयी. पुलिस की हिरासत में युवक की मौत की खबर मिलते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गये. इसके बाद परिजनों के साथ हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने बलथर थाना घेर लिया.
पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप
घटना के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने बेतिया-मैनांटांड पथ को जाम कर दिया. सड़क जाम कर रहे युवक के परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ग्रामीणों ने होली के अवसर पर शनिवार की दोपहर आर्यानगर में कुछ युवक डीजे बजा रहे थे. इसी दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी मीरा शर्मा, सीओ मनीष कुमार पहुंचे और डीजे को जब्त कर थाना भेजवा दिए. लोगों का आरोप है कि पुलिस कर्मियों उक्त युवक की पिटाई की. पिटाई के कारण अनरूद्ध यादव की मौत हो गई.
गुस्साये लोगों ने थाना फूंका
लोगों का गुस्सा सड़क जाम तक ही सिमित नहीं रहा. उग्र लोगों ने थाने पर हमला कर दिया. पहले पथराब किया और थाने में तोड़फोड़ शुरू कर दी. आक्रोशितों ने बलथर थाना में जमकर बवाल मचाया. हजारों की भीड़ थाना पर पहुंच थाना परिसर में रखे जब्त वाहनों में आग लगा दी. लोगों ने मैनाटांड़ पुलिस अंचल निरीक्षक के गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है. पुलिस कर्मियों के लिए जान बचाना मुश्किल हो गया. बताया जा रहा है कि इस दौरान करीब 15 राउंड फायरिंग किया गया. उसके बाद पुरषोत्तमपुर व गोपालपुर थाने के पुलिसकर्मी किसी तरह जान बचा कर वहां से भागे हैं. पुलिस के भागने के बाद उग्र लोगों ने थाने को फूंक दिया है. कहा जा रहा है कि भीड़ के हमले में एक एएसआई रामजतन सिंह की मौत हो गई है जबकि दस पुलिसकर्मी जख्मी हो गए हैं. राम जतन सिंह जिसकी मौत हुई है वे पुरुषोत्तमपुर थाना में तैनात थे, लेकिन वहां रहने की व्यवस्था नहीं थी. इसलिए बगल के बलथर थाना में ही रहते थे. जब ग्रामीणों ने थाने पर हमला किया. वह मौजूद थे. बताया जाता है कि उग्र भीड़ ने उन्हें बेरहमी से पीटा, जिससे उनकी मौत हो गई।
पूरे इलाके में तनाव, थाने पर लोगों का कब्जा
घटना की जानकारी मिलने के बाद जिले के वरीय पुलिस अधिकारी थाने के लिए रवाना हुए हैं. आक्रोशित ग्रामीणों की तरफ से मांग की जा रही है कि जिन पुलिस पदाधिकारियों ने युवक की पिटाई की उनके ऊपर केस दर्ज किया जाए. पूरे इलाके में तनाव कायम है. होली के रंग में भंग हो चुका है. अभी थाना के आसपास हजारों की भीड़ जमी हुई है. थाना परिसर से आग के धुआं निकल रहा हैं. आसपास के थानों की पुलिस को भी बलथर में बुलाया गया.