Bihar News: बिहार सहित पूरे देशभर में शुक्रवार यानि जुमे के दिन से रमजान के पाक महीने की शुरूआत होने जा रही है. मुसलमानों के लिए रमजान इस्लामिक कैलेंडर का नौंवा महीना होता है. इसे बहुत ही पवित्र महीना माना जाता है. इसमें पूरे महीने रोजा रखा जाता है. आपको बता दें कि चांद दिखाई देने के अगले दिन रोजा रखा जाता है. रमजान के महीने की शुक्रवार को शुरूआत होने जा रही है. इसकी बड़ी वजह है कि बुधवार को रमजान के महीने का चांद नहीं दिखा था. फुलवारी शरीफ के खानकाह-ए-मुजिबिया के सचिव सय्यद मौलाना मिनहाजुद्दीन ने घोषणा की है कि शुक्रवार से रमजान के पाक महीने का शुभारंभ होने जा रहा है.
सय्यद मौलाना मिनहाजुद्दीन ने कहा है कि बुधवार को चांद नजर नहीं आने की वजह से शुक्रवार को रमजान शुरू होगा. वहीं गुरुवार से पवित्र तरावीह की शुरुआत हुई है. .फुलवारी शरीफ के खानकाह-ए-मुजिबिया के सचिव ने यह भी कहा है कि इस्लाम धर्म को मानने वालों के लिए रमजान का महीना काफी पवित्र होता है. इस महीने मुसलमान अल्लाह की इबादत करते है. खानकाह-ए-मुजिबिया के सचिव की ओर से मुसलमानों को पांच वक्त का नमाज पढ़ने और रोजा रखने की सलाह दी जाती है. वहीं तरावीह की तारीख तय होने के साथ ही मस्जिदों में तमाम तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. गर्मी के मद्देनजर मस्जिदों में रोजेदारों की सुविधा के लिए पंखे, कूलर के इंतजाम किये गये हैं.
Also Read: बिहार दिवस: 111 सालों में बिहार ने तरक्की की लिखी कहानी, नारी सशक्तीकरण के लिए सरकार ने उठाए कई कदम
गौरतलब है कि सभी शुक्रवार को रमजान का पहला रोजा रखेंगे और शाम में इफ्तार करेंगे. मालूम हो कि रजमान में रोजा खोलते समय खाए जाने वाले पहले भोजन को इफ्तार कहते हैं. काफी लोग खजूर से ही रोजा खोलते है. बताया जाता है कि रमजान में रोजा रखने का मकसद लोगों को अल्लाह की इबादत के करीब लाना है. जानकारी के अनुसार इस बार रमजान का पहला रोजा करीब साढ़े तेरह घंटे और आखिरी रोजा साढ़े चौदह घंटे का होने वाला है.
Published By: Sakshi Shiva