Bihar News: 2022 तक बन जाएगा पटना-गया-डोभी नेशनल हाइवे, बिहार पर्यटन के लिए बेहद जरूरी है ये रोड
Bihar News: पर्यटन के दृष्टिकोण से बिहार में सबसे महत्वपूर्ण पटना-गया-डोभी नेशनल हाईवे- 83 का निर्माण कार्य 2022 में पूरा हो जायेगा. 127.21 किमी लंबी इस सड़क को बनाने में पांच हजार 519 करोड़ रुपये का खर्च आयेगा. बीच में इसका निर्माण कार्य बंद हो गया था, जिसे दिसंबर 2020 से फिर से शुरू किया गया है. 2015 में जब इस सड़क का निर्माण शुरू हुआ था, तो दो हजार 264 करोड़ की लागत रखी गयी थी.
Bihar News: पर्यटन के दृष्टिकोण से बिहार में सबसे महत्वपूर्ण पटना-गया-डोभी नेशनल हाईवे- 83 का निर्माण कार्य 2022 में पूरा हो जायेगा. 127.21 किमी लंबी इस सड़क को बनाने में पांच हजार 519 करोड़ रुपये का खर्च आयेगा. बीच में इसका निर्माण कार्य बंद हो गया था, जिसे दिसंबर 2020 से फिर से शुरू किया गया है. 2015 में जब इस सड़क का निर्माण शुरू हुआ था, तो दो हजार 264 करोड़ की लागत रखी गयी थी. परंतु जमीन अधिग्रहण नहीं होने और ठेकेदार के स्तर से इसका निर्माण मना करने के बाद यह प्रोजेक्ट अटक गया था.
अब लागत राशि से इसका निर्माण फिर से शुरू किया गया है. राज्यसभा में इस मामले से संबंधित प्रश्न सांसद सुशील कुमार मोदी ने किया था, जिसका जवाब केंद्रीय मंत्री दे रहे थे. उन्होंने कहा कि इस एनएच के निर्माण के लिए राज्य सरकार को 707 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध करानी है, लेकिन पूरी जमीन उपलब्ध नहीं होने के कारण अब तक पैकेज-1 में डेढ़ प्रतिशत, पैकेज-2 में 2.64 प्रतिशत और पैकेज-3 में 1.73 प्रतिशत ही काम हो पाया है.
निर्माण कार्य पूरा करने के लिए केंद्र सरकार, एनएचएआइ और जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जेआईसीए) को धन उपलब्ध कराना है. सांसद सुशील कुमार मोदी के एक अन्य सवाल के जवाब में केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौडा ने बताया कि बरौनी खाद कारखाना का 85 फीसदी काम फरवरी 2021 पूरा हो चुका है.
इस साल दिसंबर से इस कारखाने से उत्पादन शुरू होने की संभावना है. सात हजार 43 करोड़ 26 लाख की लागत से हिन्दुस्तान फर्टिलाइजर एंड केमिक्ल लिमिटेड की 480 एकड़ भूमि में इसे स्थापित किया गया है. इस कारखाने से प्रतिवर्ष 12 लाख 70 हजार मेट्रिक टन यूरिया का उत्पादन होगा. बिहार में पटना-गया-डोभी नेशनल हाइवे 2022 तक बनाने तथा Hindi News से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
Posted By: utpal kant