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Bihar News: छपरा से सप्लाई किया गया आतंकियों को हथियार, जांच में जुटीं बिहार और कश्मीर एटीएस की टीमें, जानें पूरा मामला…

Bihar News: बिहार के सारण में रिटायर शिक्षक के बेटे का जम्मू कश्मीर के आतंकियों से जुड़ा कनेक्शन के खुलासा होने के बाद अब छपरा से हथियार सप्लाई होने का खुलासा हुआ है. छपरा से आतंकियों का कनेक्शन होने के खुलासे के बाद बिहार पुलिस एक्शन मोड में आ गई है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 16, 2021 1:36 PM

Bihar News: बिहार के सारण में रिटायर शिक्षक के बेटे का जम्मू कश्मीर के आतंकियों से जुड़ा कनेक्शन के खुलासा होने के बाद अब छपरा से हथियार सप्लाई होने का खुलासा हुआ है. छपरा से आतंकियों का कनेक्शन होने के खुलासे के बाद बिहार पुलिस एक्शन मोड में आ गई है.

बिहार और कश्मीर की एसटीएस की टीमें संयुक्त रूप से आतंकियों तक हथियार पहुंचाने वालों की तलाश शुरू कर दी है. इन हथियार सप्लायरों को दबोचने के लिए बिहार और कश्मीर में कई टीम बनाई गई है. जिस व्यक्ति का नाम आतंकियों को हथियार सप्लाई करने वाले के तौर पर आया है वह छपरा से जुड़ा हुआ है. हालांकि आतंकि गतिविधि से जुड़ा मामला होने के कारण पुलिस अधिकारी जांच के बारे जानकारी देने से बच रहे है.

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने बिहार के छपरा से आतंकियों को पिस्टल सप्लाई किए जाने के दावे किए थे, जिसके बाद अब मामले की गंभीरता और अधिक बढ़ गयी है. सोमवार को पुलिस की एक टीम ने सारण जिले के एक रिटायर शिक्षक के 25 वर्षीय पुत्र जावेद को गिरफ्तार किया है. जिसपर आतंकियों के इस्तेमाल के लिए पिस्टल मुहैया कराने का आरोप है. पुलिस की इस कार्रवाई के बाद अब बिहार में बडे रैकेट के सक्रिय होने के संकेत मिल रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने रविवार को खुलासा किया था कि कश्मीर में सक्रिय आतंकी बिहार से हथियार की खरीदारी कर रहे है. इसके लिए पंजाब में पढ़ने वाले कुछ कश्मीरी छात्रों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इन काश्मीरी छात्रों के जरीए अवैध हथियारों को घाटी तक लाया जा रहा है. उन्होंने यह खुलासा स्वयंभू प्रमुख कमांडर हिदायतुल्ला मलिक और जहूर अहमद राथर की गिरफ्तारी के बाद किया था.

बिहार से आतंकियों को 7 पिस्टल भेजे जाने की बात सामने आई है. सूत्रों की मानें तो 7.65 एमएम के देशी पिस्टल निर्माण करने वाले कारीगर मुख्य रूप से मुंगेर व आसपास के जिलों के रहते हैं. उन्हीं के द्वारा अन्य कारीगरों को देशी पिस्टल बनाने का प्रशिक्षित किया जाता रहा है.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

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