भाजपा प्रदेश कार्यालय में खुशी का माहौल है. इधर, वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी के चुनाव में मिली करारी हार के बाद मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) को कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. सहनी बीजेपी के साथ- साथ कांग्रेस के भी निशाने पर आ गए हैं. जबकि आरजेडी उनके समर्थन में खड़ी हो गई है.
403 विधानसभा सीटों वाली यूपी में बीजेपी को 273 सीट मिले हैं. इसके बाद बीजेपी फायर ब्रैंड नेता और विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने यूपी चुनाव के परिणाम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुकेश सहनी को अब इस्तीफा दे देना चाहिए. सहनी का इतिहास अब खत्म हो गया. उन्होंने जो किया है, उसका परिणाम उन्हें मिलेगा. आने वाले दिनों में वे मंत्री पद पर भी नहीं रहेंगे. यूपी में तो वो हवा में चले ही गए. उनका चैप्टर क्लोज हो गया है. बचौल ने कहा, ” मुकेश सहनी बहुत बड़े नेता बनने गए थे. लेकिन वो ये भूल गए कि उनसे बड़े-बड़े नेता हमारी पार्टी में हैं. मदन सहनी, अर्जुन सहनी, अजय सहनी जैसे सहनी समाज के कई बड़े-बड़े लोग हमारी पार्टी में है. नैतिकता के आधार पर उन्हें इस्तीफा देना चाहिए.”
बीजेपी विधायक के द्वारा सहनी से इस्तीफा मांगे जाने पर आरजेडी विधायक भाई विरेंद्र उनके समर्थन में उतर गए हैं. उन्होंने कहा कि ” बीजेपी नेता पहले मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग करें क्योंकि जो काम मुकेश सहनी ने किया, वही काम तो जेडीयू ने भी किया है. मुकेश सहनी नेअपने दम पर चुनाव लड़ा, तो जेडीयू भी यूपी में अपने दम पर चुनावी मैदान में था. ऐसे में सिर्फ मुकेश सहनी को क्यों टारगेट किया जा रहा है. वे पिछड़े की हक की बात करते हैं, तो उन्हें दबाने का काम किया जा रहा है.