गया- डाक विभाग सुकन्या समृद्धि योजना के तहत छोटी-छोटी बच्चियों को लाभ देने का काम कर रहा है. अब 10 साल से बड़े बच्चों को भी खात खोलने के बाद लाभ दिया जायेगा. नये साल में डाक विभाग एक से बढ़ कर एक योजनाओं का लाभ देगा. हर स्तर पर तैयारियां शुरू की जा रही हैं. अब 10 साल से बड़े बच्चों के लिए डाक विभाग ने एक एमआइएस (मासिक आय योजना) अकाउंट की सुविधा दी है.
इस अकाउंट से पैसा जमा करने करने पर बच्चों को इंटरेस्ट दिया जायेगा. अगर आपके बच्चे की उम्र 10 साल या उससे ज्यादा है, तो आप उसके नाम से स्थानीय डाकघर में एमआइएस अकाउंट खोलवा कर लाभ उठा सकते हैं.
पोस्ट ऑफिस की स्कीम उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो कम जोखिम के साथ मुनाफा चाहते हैं और हर महीने इंटरेस्ट के पैसे से अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में खर्च कर सकते हैं. इससे अभिभावकों को बच्चों को पढ़ाने में परेशानियों का सामना न करना पड़ेगा. इस योजनाओं का लाभ देने के लिए डाक विभाग की तैयारी शुरू हो गयी है.
एमआइएस अकाउंट से बच्चों को हर लाभ दिया जायेगा. डाक विभाग अपने 53 डाकघर में अलग से एमआइएस अकाउंट खोलने के लिए स्पेशल काउंटर खोलने जा रही है. इस काउंटर पर सिर्फ एमआइएस अकाउंट ही खोला जायेगा. इससे बच्चों को लाइन लगाने की झझंट से दूर रहेंगे.
बच्चों को अकाउंट खोलवाने के लिए आवासीय प्रमाण पत्र, स्कूल सर्टिफिकेट, स्कूल आइकार्ड, आधार कार्ड सहित अपने माता-पिता के आइडी प्रूफ सहित अन्य कागजात देना होगा. इसके लिए 24 घंटे के अंदर खाता खोल दिया जायेगा. अकाउंट खोलने के बाद इस अकाउंट स्कीम के तहत 6.6 फीसदी ब्याज दिया जायेगा. इस स्कीम की मैच्योरिटी पांच सालों की होती है. उसके बाद इसे बंद किया जा सकता है. इस अकाउंट कि खासियत है कि इसे सिंगल या तीन एडल्ट मिलकर ज्वाइंट अकाउंट भी खुलवा सकते हैं.
अगर इस अकाउंट में आप 3.50 लाख रुपये जमा करते हैं, तो आपको वर्तमान दर से हर महीने 1925 रुपये मिलेंगे. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए यह बड़ी रकम होगी. इस इंटरेस्ट के पैसे से आप स्कूल फीस, ट्यूशन फीस, पेन-कॉपी के खर्च आसानी से निकाल सकते हैं. इस स्कीम की अधिकतम लिमिट 4.5 लाख जमा करने पर हर महीने 2475 रुपये का लाभ ले सकते हैं.
इस संबंध में वरीय डाक अधीक्षक राश बिहारी राम ने बताया कि बच्चियों के लिए डाक विभाग ने सुकन्या समृद्धि योजना चलायी. अब बच्चों के लिए एमआइएस अकाउंट की सुविधा दी जायेगी. डाक विभाग द्वारा इंटरेस्ट भी दिया जायेगा. इस पैसे से बच्चे पढ़ सकेंगे. इसके लिए बच्चों को पढ़ने में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा.
इनपुट- रोहित कुमार सिंह