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बिहार: तीन महीने में डेढ़ गुना से अधिक बढ़ा मसाले का भाव, सब्जियों का बिगड़ा जायका, जानें कारण

Bihar News: बिहार में सब्जियों के बाद अब मसाले की कीमत में इजाफा हो गया है. इस कारण सब्जियों का जायका बिगड़ गया है. दाल और सब्जियों में छौंक लगाने से पहले अब लोगों को सोचना पड़ रहा है. फिलहाल, जीरा का भाव 580 रुपये किलो से बढ़कर 760 रुपये तक पहुंच चुका है.

Bihar News: बिहार में सब्जियों के बाद अब मसाले के भाव में बढ़ोतरी हुई है. इस कारण सब्जियों का जायका बिगड़ सा गया है. दाल और सब्जियों में छौंक लगाने से पहले लोग सोचने को मजबूर हो गए है. फिलहाल, जीरा का भाव 580 रुपये किलो से बढ़कर 760 रुपये हो चुका है. गोलकी यानि काली मिर्च के भाव में भी अच्छा इजाफा हुआ है. दरअसल, इसके भाव 580 रुपये प्रति किलो से बढ़कर सीधा 850 से 950 रुपए तक पहुंच चुके है. खड़ी हल्दी की कीमत सौ से बढ़कर सीधा 180 से 200 रुपए तक पहुंच चुकी है.

गोलकी की कीमत में 45 प्रतिशत तक का इजाफा

गोलकी की कीमत में 45 प्रतिशत तक का इजाफा हो गया है. वहीं, हल्दी की कीमत में 80 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है. मंडी में बड़ी इलायची की कीमत एक हजार रुपए तक पहुंच चुकी है. दाम में यह बढ़ोतरी 15 दिन से एक महीने के बीच में हुई है. बता दें कि मसालों की कीमत में बढ़ोतरी की कई वजहें है. इस साल देश के कई हिस्सों में बेमौसम बारिश हुई. इस कारण उत्पादन प्रभावित हुआ. बताया जाता है कि देश में जीरा और हल्दी की फसल बुरी तरह से प्रभावित हुई है. इस कारण ही कीमत बढ़ी है.

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मिर्च की कीमतों में भी बढ़ोतरी

जीरे के साथ-साथ हल्दी, काली मिर्च और मिर्च की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. लहसुन की कीमत में भी इजाफा हुआ है. यह भी पीछे नहीं है. किराना कारोबारियों की मानें, तो सबसे अधिक तेजी जीरे की कीमत में है. दाल की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है. अरहर दाल की कीमत में बढ़ोतरी हुई है. दूसरी ओर उड़द, मूंग, चना, उड़द और मसूर की दाल की कीमतें पिछले तीन माह से स्थिर हैं. इधर, खाद्य सोयाबीन रिफाइन और सरसों तेल के दाम न्यूनतम स्तर है. लोगों के लिए राहत की खबर भी है. खुला आटा की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है. किराना बाजार में खुला आटा 32 रुपये के आसपास मिल रहा है. रिफाइन और सरसों तेल के भावों में राहत है.

सब्जियों के बाद अब मसालों की कीमत खाने का जायका बिगाड़ने लगी है. सभी के रसोई घर का बजट भी बिगड़ने लगा है. लोगों के बजट पर लगातार दवाब बनता नजर जा रहा है. जानकारी के अनुसार बीते एक साल में राज्य में सब्जियों के दाम में दोगुणा बढ़ोतरी हुई है. इसके बाद अब तीन महीने में मसाले में डेढ़ गुना तक की बढ़ोतरी हुई है.

टमाटर की बढ़ती कीमतों ने भी लोगों को परेशान किया. यह राष्ट्रीय स्तर पर लोगों के लिए चर्चा का विषय बना. इसके बाद सरकार की ओर से सस्ती दर पर लोगों तक टमाटर पहुंचाई गई. बताया गया कि बेंगलुरू से आने वाले टमाटर पर अधिक रूपए खर्च करने के कारण इसकी कीमतों में इजाफा हुआ है. लेकिन, आम लोगों को सब्जियों की बढ़ती कीमतों के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बताया जाता है कि सब्जियों की कीमत में इजाफा होने के बाद उड़द बड़ी, चना, सोयाबीन, काबली चना की मांग आदि में इजाफा हुआ है. दुकानदारों के अनुसार बीते दिनों में इनकी मांग में बढ़ोतरी हुई है. कारोबारियों के अनुसार बहुत जल्द मसालों के महंगे दाम से राहत मिलेगी. यह सभी दाम थोक बिक्री की हैं और रिटेल में दुकानदार अपना मार्जिन लगाकर सूखे मसाले बेचते हैं.

बताया जाता है कि मसालों की कीमत में बढ़ोतरी की वजह यह है कि सूखे मसाले बाजार में कम आए है. इसके साथ ही इसकी मांग में तेजी आई है. बारिश,और पर्यावरण में बदलाव की वजह से भी कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. महंगाई के कारण आम आदमी पूरी तरीके से परेशान हो चुके है. जानकारी के अनुसार हिंग की कीमत में भी इजाफा हुआ है. वहीं, सावन के महीने में लोग सोमवार को व्रत रखते है. इस कारण फलों की मांग बाजार में बढ़ जाती है. इस वजह से फल की कीमत में भी बढ़ोतरी हुई है. भारत को लैंड ऑफ स्पाइस कहते है. वहीं, इसमें केरल को भारत का लैंड ऑफ स्पाइस कहा जाता है. बिहार में केरल से मसाला पहुंचता है. दुनिया में सबसे अधिक मसाले भारत में पैदा होते हैं और भारत के अंदर सबसे अधिक मसाले केरल में पैदा होते हैं. केरल समुद्र तट पर बसा राज्य है. इस कारण यहां सदियों से विदेशी लोग भी मसालों की खरीद के लिए आते रहे हैं. फिलहाल, आम लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं.

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