बिहार के मोतिहारी से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल, ढ़ाका न्यायालय परिसर में पेशी के लिए आए एक कैदी ने यहां आत्मदाह का प्रयास किया. हालांकि, सुरक्षाकर्मियों की सूजबूझ से काम लेते हुए कैदी को बचा लिया. कैदी द्वारा खुद को आग लगाने की घटना से कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मची गयी. इधर मामले की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन की और झुलसे कैदी को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया.
कैदी की पहचान कुंडवाचैनपुर थाना क्षेत्र के खरुआ गांव के रहने वाले देवेंद्र ठाकुर के रूप में हुई है. देवेंद्र ठाकुर को पुलिस ने मारपीट के एक साल पुराने मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था. देवेंद्र इसी मामले को लेकर बीते दो माह से मोतिहारी सेंट्रल जेल में बंद है. बीते शनिवार को देवेंद्र ठाकुर को जेल से सिकरहना अनुमंडलीय न्यायालय में तारीख पर लाया गया था. कैदी वैन से उतरने के बाद उसे दूसरे मामलों के अन्य दो बंदियों के साथ न्यायालय के हाजत में ले जाया जा रहा था. इसी दौरान उसने अपने गला में लपेटे गमछा में आग लगा लिया. इस घटना में देवेंद्र का चेहरा और बाल झुलस गया.
इधर, मामले की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने देवेंद्र को इलाज के लिए अस्पताल भिजवा दिया. पुलिस ने बताया कि पेशी के समय देवेंद्र ठाकुर की पत्नी मिलने आयी थी. पत्नी को डांटते हुए देवेंद्र ने जल्दी से बेल कराने के लिए कहा. उसके बाद हाजत में जाते समय उसने आग लगाने का प्रयास किया. पुलिस ने कहा कि कैदी के पास माचिस कहा से आई. इसकी जांच की जा रही है. कैदी ने पुलिस को धमकी देते हुए कहा कि बेल करा दो नहीं, तो फांसी लगाकर जान दे देंगे.