नयी दिल्ली में रहने वाले बिहार के लोग अब वहीं जाति, आवासीय, आय समेत अन्य प्रमाण-पत्र बनवा सकते हैं. इसके लिए वहां मौजूदा बिहार सदन में लोक सेवा केंद्र की शुरुआत मंगलवार की गयी. इसका पटना से ही ऑनलाइन उद्घाटन मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि इतने कम समय में बिहार सदन में लोक सेवा केंद्र की शुरुआत करना बेहद खुशी की बात है. बिहार भवन में सफलतापूर्वक इस सेवा का क्रियान्वयन हो रहा है. अन्य किसी राज्य के भवनों की तुलना में दिल्ली में इस तरह की सुविधा प्रदान करने वाला बिहार भवन पहला राज्य भवन है. इससे बिहार के लोगों को लोक सेवाओं की सुविधा का लाभ मिलेगा.
बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी की अपर मिशन निदेशक डॉ. प्रतिमा ने कहा कि बिहार सदन में लोक सेवा केंद्र की शुरुआत एक प्रशंसनीय कदम है. इससे बिहार के जो लोग दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में रहते हैं, उन्हें कई आवश्यक प्रमाण-पत्र ऑनलाइन प्राप्त करने में बेहद आसानी होगी. उन्होंने कहा कि आय, जाति, आवासीय प्रमाण पत्र की सुविधा के लिए बिहार भवन में लोक सेवा केंद्र खोला गया.
साथ ही 2.46 लाख से अधिक आवेदन पर लोक सेवाएं बिहार भवन के माध्यम से प्रदान की गयी. वर्तमान में 153 सेवाएं बिहार लोक सेवाओं का अधिकार अधिनयम के अंतर्गत शामिल हैं. अब तक 28.03ं करोड़ आवेदन में 27.64 करोड़ से अधिक आवेदन का निष्पादन किया जा चुका है. स्थानिक आयुक्त पलका सहनी ने कहा कि लोक सेवा केंद्र की बिहार भवन इकाई के स्तर से अब तक एक लाख 50 हजार से ज्यादा प्रमाण-पत्र निर्गत किये जा चुके हैं.
इससे मिलेंगी ये सुविधाएं
बिहार सदन में शुरू हुआ यह लोकसेवा केंद्र सिंगल विंडो सिस्टम है. इसके माध्यम से मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता राशि के अलावा अन्य सभी तरह के प्रमाण-पत्र के लिए आवेदन कर इन्हें सुविधाओं को प्राप्त कर सकते हैं. बिहार भवन की तर्ज पर बिहार सदन में भी प्लॉटर मशीन की सुविधा बहाल की जायेगी. इसके माध्यम से लोगों को जमीन का नक्शा भी उपलब्ध हो सकेगा. बिहार सदन में इन लोक सेवा केंद्र में आइटी प्रबंधक और आइटी सहायक लोगों को सेवा मुहैया करायेंगे.
इसका कार्य दिवस सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगा. गौरतलब है कि दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित बिहार भवन में 2012 में लोक सेवा केंद्र की शुरुआत की गयी थी. यहां से ई-सेवाएं के माध्यम से कई तरह की सेवाओं का लाभ आम लोग उठा रहे हैं. दिल्ली में रहने वाले बिहार के लोगों ने आय, जाति समेत अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं. यहां मौजूद प्लॉटर मशीन की सहायता से अब तक 500 राजस्व मानचित्र जारी किये जा चुके हैं.
Posted by: Radheshyam Kushwaha