Bihar News,Rajgir News, News Nagar Parishad in Bihar: प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में से एक बिहार का राजगीर नगर पंचायत से अब नगर नगर परिषद बन गया है. बिहार सरकार ने इस आशय की अधिसूचना जारी कर दी है. इसके साथ ही राजगीर अब बिहार का सबसे बड़ा क्षेत्रफल वाला नगर परिषद हो गया है. इसका क्षेत्रफल अब बिहारशरीफ नगर निगम से बड़ा हो गया है. पहले इसकी आबादी 57 हजार थी. अब करीब 76 हजार हो गयी है.
नगर पर्षद का दर्जा मिलने के बाद राजगीर का भौगोलिक परिदृश्य, परिसीमन और आबादी के साथ वार्डों की संख्या भी बदल जायेगी. नगर पर्षद में राजगीर प्रखंड के पिलखी पंचायत को विलय कर दिया गया है. इसके अलावा नाहुब पंचायत के हसनपुर गांव और नई पोखर पंचायत के नईपोखर, उजरपुर, हंसराजपुर, रसलपुर, दरियापुर, रामहरि पिंड और ठाकुर थान को नगर पर्षद में शामिल किया गया है. इसी तरह मेयार पंचायत के नीमा, ठेरा और मोरा गांव को पर्षद में शामिल किया गया है.
इतना समृद्ध इतिहास और भौगोलिक परिदृश्य वाला शायद यह देश का पहला नगर परिषद है. इसमें विश्व की सबसे पुरानी पंच पहाड़ियों के अलावे मनोरम जंगल, दुनिया का दूसरा और देश का पहला अत्याधुनिक आयुध निर्माणी, नालंदा विश्वविद्यालय, बिहार पुलिस अकादमी, सीआरपीएफ क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र, नेचर सफारी, जू सफारी, इको पार्क, साइक्लोपिनियन वाल, घोड़ाकटोरा झील, रोपवे, विश्व शांति स्तूप, आरआइसीसी, वेणुवन गर्म जल के सुप्रसिद्ध झरनों, पांडू पोखर पार्क, वीरायतन और गुरुद्वारा के अलावे इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, आइटीसीटी और प्रस्तावित खेल विश्वविद्यालय, फिल्म सिटी और हेलीपैड एवं अन्य हैं.
राजगीर प्रखंड के नौ पंचायतों में से एक का अस्तित्व समाप्त हो गया है. तीन पंचायतों में आंशिक संशोधन हुआ है. एक पंचायत का नाम बदल गया है. इसके साथ ही नगर पर्षद और राजगीर प्रखंड के तीन पंचायतों का परिसीमन और वार्डों की संख्या भी बदल गया है. एक पंचायत केवल दो गांव के रह गये हैं. यह हालात राजगीर नगर पर्षद के गठन बाद हुआ है. पिलखी पंचायत का राजगीर नगर पर्षद में विलय बाद प्रखंड में इस पंचायत का अस्तित्व समाप्त हो गया है.
नाहुब पंचायत के हसनपुर गांव को नगर पर्षद में शामिल कर लिया गया है. आंशिक संशोधन बाद नाहुब पंचायत की आबादी अब केवल 8115 की रह गयी है. इस पंचायत में अब नाहुब के अलावे बेलौवा, सीमा और झालर चार गांव रह गये हैं. इसी तरह नई पोखर पंचायत में संशोधन बाद इस पंचायत का नाम बदलकर पहले की तरह लहुआर हो गया है.
Posted By: Utpal kant.