बिहार (Bihar) के किशनगंज (Kishanganj) और खगड़िया (Khagaria) जिले में में सोमवार को दिल दहला देने वाली घटना हुई. किशनगंज में आग लगने से एक ही परिवार के पांच लोग तड़प-तड़पकर जिंदा जल गए वहीं खगड़िया में बंद घर में आग लगने से युवक-युवती जल कर खाक हो गए. किशनगंज के सलाम कॉलनी पानीबाग वार्ड संख्या 4 में चार भाड़ेदारों की घर जलकर राख हो गये. जिसमें एक परिवार के बिजली मिस्त्री के अलावे उनके दो बेटियां और दो बेटे सहित पांच लोग तड़प-तड़पकर जिंदा जल गए. उनकी चीखों का बाहर लोग सुनते रहे, लेकिन किसी को अंदर जाकर उन्हें बचाने की हिम्मत नहीं हुई.
चार परिवारों के पूरी झोपड़ियों के खाक होने के बाद पांचों के बुरी तरह जले शव बाहर निकाले गए. घटना का कारण चूल्हे की चिंगारी से आग लगना बताया जा रहा है. घटना के बाद पूरे पानीबाग में मातम का माहौल है. बताया जाता है कि सोमवार के अहले सुबह तीन बजे अचानक घर में आग लग गई. वे लोग जलने के डर के कारण बाहर नहीं निकल रहे थे.
अंदर से उनकी बचा लेने की गुहार के बावजूद किसी में लपटों को चीरकर अंदर जाने की हिम्मत नहीं हो रही थी. धीरे-धीरे लपटें बढ़तीं और चीखें थमतीं गईं. स्थानीय लोगों ने जबतक आग बुझाया तब तक बिजली मिस्त्री सहित उनके चार बच्चों की मौत हो चुकी थी. वहीं खगड़िया जिले के चित्रगुप्तनगर थाना के समीप सोमवार की दोपहर बंद घर में आग लगने से युवक -युवती की झुलस कर दर्दनाक मौत से सनसनी फैल गयी. घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है. मृत युवती की आगामी 16 अप्रैल को शादी होने वाली थी.
इधर, घटना के बाद तरह तरह के कयासों का बाजार गरम है. मृत युवती की पहचान कमलपुर निवासी मंटू पोद्दार की 18 वर्षीय पुत्री लक्ष्मी कुमारी के रूप में हुई है. श्री पोद्दार चित्रगुप्तनगर थाना के समीप सरकारी जमीन पर झोपड़ी बना कर पूरे परिवार के साथ रहते थे. जबकि गोगरी रजिस्ट्री चौक निवासी भोलाराम के 25 वर्षीय पुत्र उत्तम राउत युवती के घर के समीप अपनी बहन के घर में रहकर जीवनयापन करता था. बंद कमरे में आग लगी या लगायी गयी, इस सवाल का जवाब जानने के लिये पुलिस माथापच्ची कर रही है.
किशनगंज वाली घटना में अचानक सिलेंडर तक पहुंच गयी और आग भड़क गई. आग भड़कने से घबराएं चार परिवारों में तीन परिवार के लोग बाहर भाग गए. कुछ ही पलों में आग सिलेंडर तक पहुंच गई. आग की लौ के साथ सिलेंडर भड़कने के साथ फटा तो गूंज आसपास के कई मुहल्ले तक पहुंच गई. इससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया.आग के विकराल रूप को देख मदद के लिए पहुंचे आसपास के लोग भी असहाय होकर मिस्त्री का आशियाना देखने के लिए मजबूर खड़े रहे.
Posted By: utpal Kant