Bihar News: पासपोर्ट बनवाने में इस वर्ष भी बिहार के सीवान जिला के निवासी सबसे आगे हैं. गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, छपरा और पश्चिमी चंपारण की गति भी अन्य जिलों से अधिक तेज है. पासपोर्ट कार्यालय द्वारा 31 अक्तूबर तक के जारी आंकड़े से यह जानकारी सामने आयी है.
बीते वर्ष सिवान पासपोर्ट बनवाने वाले जिलों में सबसे आगे रहा था और पटना जिले से भी 4698 अधिक लोगों ने यहां से पासपोर्ट बनवाया था. गोपालगंज भी 30733 पासपोर्ट के साथ पटना से महज 4250 पीछे था और पूरे प्रदेश में इसका तीसरा स्थान रहा.
इन जिलों से खाड़ी देशों में जाने वाले सबसे ज्यादा
जानकारों की मानें तो सिवान, गोपालगंज जैसे जिलों में आवेदकों की अधिक संख्या होने की प्रमुख वजह इन जिलों में खाड़ी देशों में काम के लिए जाने वाले लोगों की बड़ी संख्या है. वहीं, पश्चिमी चंपारण और पूर्वी चंपारण से अधिक आवेदन आने की वजह क्षेत्रफल और आबादी की दृष्टि से इन दोनों जिलों का बहुत बड़ा होना है. पटना से भी आवेदकों की संख्या लगातार अधिक रह रही है.
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34 हजार आवेदन हुए रद्द
2023 में पासपोर्ट के लिए 3.90 लाख लोगों ने आवेदन किया था, जिसमें से 3 लाख 56 हजार लोगों के पासपोर्ट जारी किए गए और 34 हजार लोगों के आवेदन रद्द हुए. जिन आवेदनों को रद्द किया गया, उसकी बड़ी वजह आवेदनों के साथ जरूरी दस्तावेजों का ना होना या फिर जरूरी दस्तावेजों के मिलान में त्रुटि मिलना रहा. प्रमाणपत्रों में स्पेलिंग एरर भी एक वजह बनी विशेषकर आवेदनकर्ता के नाम या उसके माता पिता के नाम के स्पेलिंग में अंतर मिलना.