नहीं लगती इमरजेंसी ब्रेक तो चली जाती जान, मालगाड़ी को आते देख पटरी पर क्यों लेट गया युवक
Bihar News: मुजफ्फरपुर जंक्शन पर शनिवार को खुदकुशी करने के लिए पटरी पर लेटे युवक की जिंदगी ट्रेन ड्राइवर की सूझबूझ और तत्परता ने बचा ली. ट्रेन के चालक ने इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल नहीं किया होता या ब्रेक लगाने में एक सेकेंड की भी देर की होती तो युवक की जान नहीं बच पाती. घटना जंक्शन के लाइन नंबर दो जीआरपी थाना के ठीक सामने की है.
Bihar News: मुजफ्फरपुर जंक्शन पर शनिवार को खुदकुशी करने के लिए पटरी पर लेटे युवक की जिंदगी ट्रेन ड्राइवर की सूझबूझ और तत्परता ने बचा ली. ट्रेन के चालक ने इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल नहीं किया होता या ब्रेक लगाने में एक सेकेंड की भी देर की होती तो युवक की जान नहीं बच पाती. घटना जंक्शन के लाइन नंबर दो जीआरपी थाना के ठीक सामने की है. रेलवे ने मालगाड़ी के लोको पायलट जफीर आलम व सहायक लोको पायलट यशवंत कुमार को पुरस्कृत करने की घोषणा भी कर दी है.
सुबह करीब आठ बजे एक मालगाड़ी दो नंबर लाइन से थ्रू आउट समस्तीपुर के लिए पास कर रही थी. तभी अचानक एक युवक दौड़ता हुआ दो नंबर लाइन पर पहुंच गया. पटरी पर गर्दन रख बीचों-बीच सो गया. प्लेटफॉर्म नंबर एक पर जीआरपी थाना के सामने खड़े कुछ लोगों की नजर जब पड़ी, तब तेज रफ्तार में हॉर्न बजाते जा रही मालगाड़ी के चालक को ट्रेन रोकने का इशारा करने लगे.
लोग चिल्लाते हुए बार-बार ट्रेन रोकने की बात कह रहे थे. चालक ने सूझबूझ व तत्परता से इमरजेंसी ब्रेक लगा ट्रेन को रोक इंच भर से युवक की जान बचा दी. जब तक ट्रेन रोकी गयी, तब तक इंजन का आगे का कुछ हिस्सा युवक को पार कर गया था. कुछ इंच मात्र से चक्का उसके गर्दन व शरीर पर पड़ना बाकी था.
सदर अस्पताल में कराया गया प्रारंभिक इलाज
इंजन के नीचे से रेल कर्मियों ने सुरक्षित युवक को निकाला. इस दौरान शरीर पर कई जगह खरोच के निशान आ गये. पुलिस ने प्रारंभिक इलाज के लिए युवक को सदर अस्पताल में भर्ती कराया. युवक सीतामढ़ी के बेला थाना अंतर्गत रामपुर बगचौड़ा गांव का रहने वाला है.
पुलिस ने परिजनों को बुला युवक को सौंप दिया है. परिजनों का कहना है कि कुछ दोस्तों के साथ दो माह पहले घर से नौकरी के लिए भाग गया था. डिप्रेशन में होने के कारण उसने इस तरह का निर्णय लिया. डॉक्टर से चेकअप करा इलाज कराया जा रहा है.
Posted by: Radheshyam Kushwaha